China Claim Over Egypt Civilisation: एक चीनी रिसर्चर ने दावा किया कि चीन ने ही मिस्त्र (Egypt) की सभ्यता का निर्माण किया था. इस दावे के बाद खुलकर उसका मजाक उड़ाया गया. इस बात पर मजाक उड़ाया गया क्योंकि मिस्र की सभ्यता चीन 1000 साल पुरानी है. हालांकि दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में प्राचीन चीन का रैंक ऊपर है, लेकिन एक संयुक्त चीन का विकास प्राचीन मिस्र (3100 ईसा पूर्व) के लगभग 1100 साल बाद हुआ था.
मेसोपोटामिया (4000 ईसा पूर्व), मिस्र (Egypt) (3100 ईसा पूर्व) और सिंधु घाटी सभ्यता (3300 ईसा पूर्व) ये सारी सभ्यताओं का निर्माण चीन के पहले हुआ है. चीन के हेबेई प्रांत में झांगजियाकौ शहर के सीनियर रिसर्चर यू रूजून ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मिस्र के निर्माण को लेकर अपनी रिसर्च वाली बात पेश की. यू रूजून हेबेई प्रांत में झांगजियाकौ शहर में स्थित कल्चर और टूरिज्म ब्यूरो में सीनियर रिसर्चर के पद पर हैं.
आर्कियोलॉजिकल खुदाई को पेश किया
यू रूजून ने अपने फैक्ट को पेश करते हुए कहा कि उनके पास ऐसे बहुत से सबूत हैं, जिससे वे ये साबित कर सकते हैं कि चीन ने ही मिस्र की सभ्यता का निर्माण किया है. आर्टिकल बोर्ड के ऑफिशियल वी चैट पर पब्लिश होते ही आग की तरह फैल गया. इसके बाद विवाद भी पैदा हो गया, जिसके तुरंत बाद ही आर्टिकल को हटाना पड़ गया. यू रूजून ने सबूत के तौर पर आर्कियोलॉजिकल खुदाई के दौरान मिले सुराही का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि ये सुराही हू-ब-हू उसी तरह की है, जो प्राचीन मिस्र में पाई गई थी.
चीन और मिस्र का एक कल्चर
यू ने फिर अपने दावे का समर्थन करने के लिए दूसरे फैक्ट को जोड़े. उन्होंने कहा कि मिस्र और चीनी एक रूप से समान थे, वो समान सांस्कृतिक अवशेष, इलाज की टेक्नोलॉजी, मेजरमेंट यूनिट और लोक रीति-रिवाजों का इस्तेमाल करते थे. चीनी रिसर्चर को ऑफिशियल स्टेट मीडिया के रिपोर्ट में एक वेटरन रॉक कलेक्टर की उपाधि दी गई है.
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