COVID-19: कोविड के बावजूद चीन में लूनर न्यू ईयर पर जश्न मना रहे लोग, बढ़ सकता है खतरा
China COVID-19 Surge: चीनी नागरिकों ने न्यू ईयर को लेकर मिली जुली प्रतिक्रियाएं दी हैं. कुछ लोग न्यू ईयर पर अपने घर लौटने और परिजनों से मिलने की छूट से खुश हैं, वहीं तमाम लोग इससे चिंतित हैं.
China: महामारी शुरू होने के तीन साल बाद चीन के लोगों ने रविवार को लूनर न्यू ईयर सेलिब्रेट किया. गौरतलब है कि चीन की सरकार ने सख्त जीरो कोविड पॉलिसी को खत्म कर दिया गया है. लूनर न्यू ईयर के जश्न के मौके पर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. चीनी नव वर्ष के मौके पर मंदिरों में भारी भीड़ देखने को मिली. जश्न के साथ ही लोगों ने अपने स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की.
एक तरफ जहां चीन में जश्न का माहौल है वहीं लोगों के अंदर कोरोना का डर भी देखने को मिल रहा है. अधिकारियों के अनुसार, 13 से 19 जनवरी के बीच वायरस के कारण लगभग 13,000 लोगों ने जानें गंवाई हैं, जो इससे पहले महीने में लगभग 60,000 थी.
बता दें कि चीन में लूनर न्यू ईयर पर सबसे लंबा अवकाश होता है. हर साल का नाम चीन की राशि चक्र की बारह राशियों में से एक के नाम पर रखा जाता है. इस वर्ष को खरगोश के नाम पर रखा गया है. खरगोश को किस्मत, शांत और दोस्ताना माना जाता है.
वसंत महोत्सव भी कहते हैं
चीनी नागरिकों ने न्यू ईयर को लेकर मिली जुली प्रतिक्रियाएं दी हैं. कुछ लोग न्यू ईयर पर अपने घर लौटने और परिजनों से मिलने की आजादी से खुश हैं, वहीं कई अन्य लोग इससे चिंतित हैं. उन्हें संक्रमण का डर सता रहा है. उनके लिए अपने बुजुर्ग परिजनों को संक्रमण से बचाना चुनौती का विषय बना हुआ है.
लूनर न्यू ईयर को वसंत महोत्सव भी कहा जाता है, बीजिंग ने नए साल के अवसर पर जश्न मनाने के लिए पिछले साल की तुलना में बड़े पैमाने पर हजारों सांस्कृतिक कार्यक्रमों को आयोजित किया है.
आवाजाही से बढ़ सकता है संक्रमण
चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के मुख्य महामारी विज्ञानी वू ज़ुनयू के अनुसार, लोगों की बड़ी संख्या में आवाजाही से कुछ क्षेत्रों में वायरस फैल सकता है, लेकिन बड़े पैमाने पर कोविड-19 के बढ़ने की संभावना नहीं है, क्योंकि देश के 1.4 बिलियन लोगों में से 80 प्रतिशत लोग संक्रमित हो चुके हैं.
मालूम हो कि चीन ने दिसंबर में अपने सख्त कोविड नियमों में ढील दी थी, जिससे संक्रमण में अचानक वृद्धि के कारण अस्पताल और अंतिम संस्कार में भीड़ बढ़ गई. बता दें कि आर्थिक मंदी और जनता की मांग को ध्यान में रखते हुए, चीनी सरकार ने कोविड नियंत्रण और सामूहिक परीक्षण को समाप्त करने का निर्णय लिया था.