Covid-19 Cases In China: चीन में कोरोना संक्रमण की वजह से हाहाकार मचा हुआ है. एक उच्च चीनी स्वास्थ्य अधिकारी का मानना है कि देश कोविड संक्रमण (Covid Infection) की तीन संभावित लहरों में से पहली लहर का सामना कर रहा है. इस महीने की शुरुआत में चीन (China) ने कोविड नीति के तहत लॉकडाउन (Lockdown) और क्वारंटीन प्रतिबंधों को हटा दिया था, तभी से वहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है.
ताजा आधिकारिक आंकड़े हालांकि नए रोजाना मामलों की तुलना में कम संख्या दिखाते हैं. चीन में रविवार (18 दिसंबर) को कोरोना संक्रमण के केवल 2097 नए मामले दर्ज किए गए. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, महामारी विज्ञानी वू ज़ुन्यो ने कहा है कि उनका मानना है कि संक्रमण में मौजूदा स्पाइक जनवरी के मध्य तक चलेगा, जबकि दूसरी लहर के जनवरी के आखिर तक बढ़ने की संभावना है.
चीन में नए साल के समारोह पर आमतौर पर परिवार के साथ छुट्टियां बिताने के लिए लाखों लोग यात्रा करते हैं. डॉ वू ने कहा कि मामलों में तीसरा उछाल फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक चलेगा क्योंकि लोग छुट्टी के बाद काम पर लौटेंगे. उन्होंने शनिवार को एक सम्मेलन में कहा कि वर्तमान टीकाकरण में तेजी की वजह से कोरोना के गंभीर मामलों की संख्या में कमी आई है.
कुल मिलाकर, चीन का कहना है कि उसकी 90% से ज्यादा आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण किया जा चुका है. हालांकि, 80 और उससे ज्यादा उम्र के आधे से भी कम लोगों को टीके की तीन खुराकें मिली हैं. बुजुर्ग लोगों में कोविड के गंभीर लक्षण होने की संभावना ज्यादा होती है.
10 लाख लोगों की मौत की संभावना
चीन ने अपनी खुद की कोरोना वैक्सीन बनायी और उत्पादन किया है. ये दुनिया के बाकी हिस्सों में इस्तेमाल किए जाने वाले एमआरएनए टीकों की तुलना में गंभीर कोविड बीमारी और मृत्यु के खिलाफ लोगों की रक्षा करने में कम प्रभावी साबित हुए हैं.
डॉ. वू का यह कमेंट अमेरिका के एक प्रतिष्ठित रिसर्च इंस्टीट्यूट की इस हफ्ते की शुरुआत में रिपोर्ट किए जाने के बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि चीन का मानना है कि 2023 में कोविड के मामलों में विस्फोट के बाद दस लाख से अधिक लोग कोविड से मर सकते हैं. वहीं चीन की कोविड टास्क फोर्स के एक सलाहकार फेंग जिजियन ने कहा कि देश की 60 फीसदी आबादी या 84 करोड़ से अधिक व्यक्ति संक्रमित हो सकते हैं.
स्वास्थ्य और खानपान की सेवाओं पर बुरा असर
सरकार ने आधिकारिक तौर पर 7 दिसंबर के बाद से किसी भी कोविड से मौत की सूचना नहीं दी है, जब उसकी शून्य-कोविड नीति के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध के बाद प्रतिबंध हटा दिए गए थे. इसमें सामूहिक जांच को खत्म किया जाना भी शामिल था. हालांकि, बीजिंग में दिखाई देने वाली कोविड से जुड़ी मौतों की वास्तविक रिपोर्टें कुछ और बताती हैं.
बीजिंग समेत दूसरे शहरों में अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इसके चलते वहां मौजूद अस्पतालों को काफी संघर्ष करना पड़ रहा है. कोरोना संक्रमण मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से वहां स्वास्थ्य सुविधाओं और खानपास की सेवाओं पर इसका प्रभाव पड़ने लगा है. इस बीच, चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई ने अपने ज्यादातर स्कूलों को मामले बढ़ने की वजह ऑनलाइन क्लास लेने का निर्देश दिया है.
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