चीनी शहर ग्वांगझू में भी विरोध के बाद कोविड प्रतिबंधों में दी गई ढील, बैकफुट पर दिख रहे शी जिनपिंग!
ग्वांगझू और चोंगकिंग में प्रतिबंधों में ढील के साथ-साथ झेंग्झौ में भी अधिकारियों ने सुपरमार्केट, जिम और रेस्तरां सहित कई व्यवसायों के बहाली की घोषणा की है.
China Covid-19 Restrictions: चीन में जीरो कोविड पॉलिसी (China Zero Covid Policy) के खिलाफ हुए भारी विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर अब कई प्रांत और शहरों में प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है. दक्षिणी शहर ग्वांगझू में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हुई भिड़ंत के बाद अब अधिकारियों ने COVID प्रतिबंधों में ढील देने शुरू कर दी है. चीन में कोरोना मामले बीते दिनों तेजी से बढ़ गए थे. इसके बाद सरकार ने कई जगह जीरो कोविड पॉलिसी के तहत बड़े पैमाने पर टेस्टिंग की और लॉकडाउन भी लगाया, जिससे लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला था.
एक अधिकारी ने कहा कि चोंगकिंग के दक्षिण-पश्चिमी शहर में भी कोविड-19 से संक्रमित लोगों को एक-दूसरे से मिलने की अनुमति दी जाएगी, जो क्वारंटीन की तय शर्तों को पूरा कर रहे हैं. हालांकि, कोरोना मामलों को देखते हुए जीरो कोविड पॉलिसी में एक बड़े यू-टर्न की संभावना फिलहाल काफी कम है. राष्ट्रपति शी जिनपिंग का मानना है कि इसने कई लोगों की जान बचाई है.
विरोध प्रदर्शनों के कारण बैकफुट पर सरकार
हांगकांग से रिपोर्ट करने वाले अल जजीरा के पैट्रिक फॉक ने कहा कि ग्वांगझू में विरोध प्रदर्शनों ने हिंसक रूप ले लिया है, जो हाल ही में संक्रमण की लहर से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. फोक ने कहा, "अशांति एक आंदोलन के बढ़ने का प्रतीक है जो कई बड़े शहरों में फैल गया है." उन्होंने कहा कि विरोध को देखते हुए ही सरकार ने प्रतिबंध में ढील देने का फैसला लिया है.
झेंग्झौ में भी कोविड प्रतिबंधों में छूट
बता दें कि ग्वांगझू और चोंगकिंग में प्रतिबंधों में ढील के साथ-साथ झेंग्झौ में भी अधिकारियों ने सुपरमार्केट, जिम और रेस्तरां सहित कई व्यवसायों की "व्यवस्थित" बहाली की घोषणा की है. इससे पहले, राष्ट्रीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि चीनी सरकार जनता की "तत्काल चिंताओं" का जवाब देगी और COVID नियमों को अधिक लचीले ढंग से लागू किया जाना जाएगा.
'यह कमजोरी का संकेत है'
विरोध प्रदर्शन पर की गई कार्रवाई को लेकर चीन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने एनबीसी न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि सभी देशों के लोगों को शांतिपूर्ण विरोध के माध्यम से "अपनी हताशा को उजागर करने" का अधिकार है. ब्लिंकन ने कहा कि चीन सरकार इसे रोकने के लिए दमनकारी कार्रवाई करती है, तो यह ताकत का संकेत नहीं है... यह कमजोरी का संकेत है.
ये भी पढ़ें- China: 'मैं सिंगल हूं, क्या मुझे पति मिल सकता है', चीन में कोविड प्रदर्शन के बीच ट्विटर पर खास तरह के पोस्ट की बाढ़