Corona Cases In China: चीन में बढ़ते कोरोना मरीजों की संख्या और जीरो कोविड पॉलिसी (Covid Policy) के खिलाफ प्रदर्शन के बीच चीनी सरकार ने एक अहम फैसला लिया है. चीन के सबसे बड़े शहरों में से एक में कोविड-19 (Covid-19) लक्षण वाले लोग भी अब सामान्य रूप से काम पर जा सकते हैं.


चीन की सरकार ने नाटकीय ढंग से अपनी सख्त कोरोना नीतियों के उलट ये फैसला किया है. जहां पहले किसी इलाके में एक कोरोना केस मिलने पर हजारों लोगों को जबरन लॉकडाउन (Lockdown) में भेज दिया जाता था. दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश कोरोना वायरस संक्रमण की मार से गुजर रहा है. इससे बचाव के लिए जहां बड़े पैमाने पर कोविड लॉकडाउन, टेस्टिंग और क्वारंटीन जैसे कदम उठाए जा रहे हैं.


चीन की जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर लोगों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन कर अपना विरोध जाहिर किया है. चीन के कई शहरों में इसे लेकर पुलिस और नागरिकों के बीच हिंसक झड़प की खबरें भी सामने आई. 


बेवजह कोरोना टेस्ट नहीं कराने की दी सलाह


चीन में कोरोना को लेकर मचे हाहाकार के बीच 'चोंगकिंग डेली' ने सोमवार को नगर निगम के अधिकारियों के एक नोटिस का हवाला देते हुए अपनी रिपोर्ट में कहा कि चोगंकिंग की साउथ मेगासिटी की आबादी लगभग 32 मिलियन है. अधिकारियों ने माना कि इतनी बड़ी आबादी में कोरोना को ट्रैक करना असंभव है. इसलिए लोगों में कोरोना के लक्षण दिखाई देने के बावजूद भी उन्हें सामान्य रूप से काम करने दिया जाता है. 


नगर निगम की ओर से रविवार को जारी नोटिस में कहा गया कि कोरोना के हल्के लक्षण के बावजूद पार्टी और राज्य कार्यकर्ता अपनी शारीरिक स्थितियों और अपनी नौकरी की जरूरतों के अनुसार व्यक्तिगत सुरक्षा करने के बाद सामान्य रूप से काम कर सकते हैं. इसके अलावा नोटिस में नागरिकों से बेवजह कोविड टेस्ट नहीं कराए जाने का आग्रह भी किया गया है.


हालांकि, कुछ सुविधाओं जैसे केयर होम्स, स्कूल और जेलों के लिए के कोरोना संक्रमण नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना जरूरी होगा. वहीं चीन की तमाम स्थानीय सरकारों ने आमतौर पर कोरोना से रिकवरी के दौरान लोगों को घर पर अलग-थलग रहने की सलाह दी है. 


चीन में कोरोना का कहर जारी


चीन में कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकार के सभी दावे खोखले साबित हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण के मौजूदा हालत बेहद खराब बने हुए हैं. कुछ अस्पताल और श्मशान घाट बढ़ते मामलों और मौतों से जूझ रहे हैं. वहीं नए साल की छुट्टियों के दौरान चीन के अंडर डेवलप गांवों में कोरोना संक्रमण मामलों के बढ़ने का डर लगातार बना हुआ है.


चीन के कोविड प्रतिबंध हटाने के बाद से अस्पतालों और क्लीनिकों में मरीजों की संख्या बढ़ी है. राज्य के मीडिया के अनुसार, सूज़ौ के पूर्वी शहर में अधिकारियों ने कोरोना के इलाज के लिए टेस्टिंग साइट्स को अस्थायी स्टेशनों में बदल दिया है. राज्य मीडिया ने बताया कि राजधानी बीजिंग सहित अन्य शहरों ने कुछ निवासियों को मुफ्त चिकित्सा किट सौंपी है और मरीजों से आग्रह किया है कि वे अस्पतालों में जाने के बजाय ऑनलाइन परामर्श चुनें.


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