बीजिंग: चीन ने अपने अधिकारियों पर नए प्रतिबंध लगाए जाने और ताइवान को हथियारों की और अधिक बिक्री किए जाने के मुद्दे पर मंगलवार को अमेरिका की निंदा की है. विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका की कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से अधिक दबाव वाले तौर तरीकों की है जिससे नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए चीन के साथ संबंधों को सुगम करने में जटिलता उत्पन्न हो सकती है.


चीन की स्थायी विधायी समिति के 14 सदस्यों पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध


अमेरिका ने हांगकांग राष्ट्रीय सुरक्षा कानून पारित करने वाली चीन की स्थायी विधायी समिति के 14 सदस्यों पर प्रतिबंध लगा दिया है. हांगकांग मामलों के चीन के मंत्रिमंडल कार्यालय ने कहा कि वह अमेरिका के इस कदम की निंदा करता है. इस बीच, चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने अमेरिका से मांग की कि वह ताइवान को हथियारों की नवीनतम बिक्री को रद्द करे. उन्होंने कहा कि चीन इसका ‘‘उचित और आवश्यक जवाब’’ देगा.


अमेरिका के विदेश विभाग ने सोमवार को कहा था कि उसने हांगकांग में नागरिक अधिकारों के हनन को लेकर चीन की स्थायी विधायी समिति के 14 सदस्यों का नाम भी उन चीनी अधिकारियों की सूची में शामिल कर लिया है जो न अमेरिका की यात्रा कर सकते हैं और न ही अमेरिका की वित्तीय प्रणाली तक कोई पहुंच बना सकते हैं.


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