(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
China-Taiwan Dispute: ताइवान पर हमले की योजना बना रहा चीन? 'ड्रैगन' ने दी धमकी, बोला- 'विलय पर कोई बदलाव नहीं'
China-Taiwan Dispute: चीनी अलगावादी विलियम लाई चिंग-ते के ताइवान का राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद चीन की नींद हराम हो गई है. विलियम लाई के चुनाव जीतने के बाद उसको बड़ा डर सता रहा है.
Taiwan President William Lai Ching-te: ताइवान की सत्ताधारी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (DPP) के विलियम लाई चिंग-ते (Lai Ching-te) के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद से 'ड्रैगन' परेशान है. ताइवान पर लगातार अपना दावा करते आए चीन ने चुनाव पूर्व लोगों को चेतावनी भी दी थी कि लाई को कोई वोट नहीं करें. बावजूद इसके 'ड्रैगन' की धमकी को ताइवान के नागरिकों ने नजरअंदाज कर दिया था और भारी बहुमत से जिताया. इसके बाद अब चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने ताइवान को लेकर धमकी दे डाली है.
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री वांग यी ने दावा किया कि ताइवान हमेशा से चीन का अधीनस्थ क्षेत्र रहा है. इसके चलते उसने कभी भी उस पर जोर-जबरदस्ती या फिर बल प्रयोग के जरिए अपने नियंत्रण में लाने की जरूरत नहीं समझी. इसको लेकर ऐसा कोई प्रयास भी नहीं किया गया. अब जब राष्ट्रपति चुनाव में विलियम लाई को जीत हासिल हो गई तो 'ड्रैगन' ने चेतावनी देते हुए साफ कह दिया है कि वहां चुनाव होने और राष्ट्रपति चुनाव जीत जाने से चीन में इसके पुन: विलय करने के मंसूबों में किसी प्रकार कोई बदलाव नहीं आएगा.
इतना ही नहीं चीनी विदेश मंत्री ने यह भी दावा किया कि ताइवान न अतीत में कभी कोई देश रहा है और न ही निश्चित तौर पर आगे भविष्य में रहेगा.
लाई चिंग-ते को चीन ने बताया था 'खतरनाक अलगाववादी'
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति चुनाव में विलियम लाई चिंग-ते की जीत के बाद से तिलमिलाए चीन ने धमकी दी है कि अगर कोई भी ताइवान की आजादी को लेकर कोई कदम उठाने का दुस्साहस करता है तो उसको सख्त सजा दी जाएगी. चीन शुरुआत से लाई के खिलाफ बोलता आ रहा है और लोगों को यही कहता आया है कि वो एक 'खतरनाक अलगावादी' (Dangerous Separatist) हैं.
ताइवान के लोगों ने चीन की एक नहीं सुनी और अपने स्वतंत्र देश की इच्छा और उसकी संप्रभुता के बड़े समर्थक के रूप में आवाज बुलंद करने वाले विलियम लाई को राष्ट्रपति चुनाव में भारी जीत दिलाई.
ताइवान की आजादी की आवाजों को भांप रहा चीन
राष्ट्रपति चुनाव के बाद ताइवान आइलैंड की आजादी की और जोर शोर से उठने वाली आवाजों को भांपते हुए चीन ने यहां तक कह डाला है कि अगर कोई इस बारे में सोचने की कोशिश भी करेगा तो इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है, इस तरह के कदमों को चीन के क्षेत्र को बांटने के प्रयासों के रूप में देखा जाएगा.
वांग यी का दावा- चुनावी नतीजों से हकीकत नहीं बदलेगी
वांग यी ने इस बात को दोहराया कि चुनावी नतीजों का वास्तविकता पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, चीन एक ही है और ताइवान उसका ही क्षेत्र है, चुनावी नतीजे इस हकीकत को नहीं बदल सकते हैं.
चीन ने ताइवान जलडमरूमध्य क्षेत्र (Taiwan Strait Region) की शांति और स्थिरता का हवाला देते हुए यह भी चेतावनी दी कि अगर कोई भी कदम चीनी राष्ट्र के मौलिक हितों के खिलाफ उठाया जाता है तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.
यह भी पढ़ें: चीन से लौटे मोहम्मद मुइज्जू ने फिर दिखाया तेवर, भारत से बोले- 15 मार्च तक हटाएं सेना