China Economic Crisis: चीन की अर्थव्‍यवस्‍था ने शुक्रवार, 18 अक्टूबर को पिछले डेढ़ साल में अपनी सबसे धीमी वृद्धि दर्ज की है. बीजिंग अब भी अपने कमजोर उपभोक्ता खर्च (Consumer Expenses) और प्रॉपर्टी सेक्टर में सुस्ती के बीच अर्थव्‍यवस्‍था को संजीवनी देने की कोशिश कर रहा है.


बीजिंग के नेशनल स्‍टैटिस्‍टिक्‍स ब्यूरो (NBS) ने शुक्रवार, 18 अक्टूबर को घोषणा की कि तीसरी तिमाही में चीन की अर्थव्‍यवस्‍था साल दर साल 4.6% बढ़ी है. यह पिछले तीन महीने की 4.7% की दर से थोड़ी कम है और 2023 की शुरुआत के बाद सबसे धीमी वृद्धि है, जब चीन कोविड-19 लॉकडाउन से बाहर निकल रहा था. हालांकि, यह 4.5% के अनुमान से थोड़ी बेहतर है.


उपभोक्ता खर्च पर संकट


चीन की आर्थिक वृद्धि को घरेलू खर्च की मंदी और प्रॉपर्टी सेक्टर की खस्ताहाल स्थिति ने भी प्रभावित किया है. उपभोक्ता कीमतों में गिरावट की संभावना बढ़ गई है, जिससे देश में महंगाई के संकट का खतरा बढ़ सकता है. सितंबर के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) ने उम्मीदों को पूरा नहीं किया, जो धीमे मांग की ओर इशारा करता है.


हाल के हफ्तों में, अधिकारियों ने अर्थव्‍यवस्‍था में जान फूंकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें ब्याज दरों में कटौती और घर खरीदने पर प्रतिबंधों में ढील शामिल है. हालांकि, निवेशक अभी भी बीजिंग की ओर से किए जाने वाले बड़े वित्तीय प्रोत्साहन पैकेज का इंतजार कर रहे हैं.


पिनपॉइंट एसेट मैनेजमेंट के प्रमुख अर्थशास्त्री झीवी झांग ने समाचार एजेंसी एएफपी से कहा, "हमें अभी और स्‍पष्‍टता का इंतजार है. नवंबर तक हमें सारे डिटेल्स का इंतजार करना पड़ सकता है, क्‍योंकि अमेरिकी चुनाव के नतीजे भी चीनी आर्थिक नीति को प्रभावित कर सकते हैं."


प्रॉपर्टी सेक्टर में संकट


चीन का प्रॉपर्टी सेक्टर में लंबे वक्त से देश की आर्थिक वृद्धि की वजह रहा है. लेकिन अब हालात ऐसे हैं कि ये सेक्टर कर्ज में डुबा है. एएफपी के मुताबिक, अधिकारियों ने हाल ही में घोषणा की थी कि अधूरी आवास परियोजनाओं के लिए 500 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का क्रेडिट बढ़ाया जाएगा और एक मिलियन घरों के नवीनीकरण की योजना बनाई गई है.


चीजें बदलने की राह ताक रहे निवेशक


हालांकि बीजिंग का कहना है कि उसे 5 प्रतिशत सालाना वृद्धि के लक्ष्‍य को हासिल करने में पूरा भरोसा है, लेकिन अर्थशास्त्री मानते हैं कि इसके लिए अधिक सीधे आर्थिक प्रोत्साहन की जरूरत है ताकि गतिविधियों को फिर से सक्रिय किया जा सके और व्‍यापारिक विश्‍वास को बहाल किया जा सके. निवेशक चीन की आर्थिक मॉडल में बदलाव के बारे में अधिक विश्‍लेषण चाहते हैं, जिससे दीर्घकालिक वृद्धि को स्‍थिर किया जा सके.


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