China Economy Downfall: चीन की अर्थव्यवस्था में कोविड के बाद से बहुत ज्यादा गिरावट दर्ज की गई है. हाल के कुछ महीनों में स्थिति और भी ज्यादा गंभीर होने की आशंका है. द डिप्लोमेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जुलाई 2023 में चीन के एक्सपोर्ट में 14.5 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि इम्पोर्ट में 12.4 फीसदी. ये आंकड़ा फरवरी 2020 के बाद से सबसे खराब माना जा रहा है.
चीनी उद्योग के लिए उम्मीद से भी बदतर प्रदर्शन हुआ. चीन के उत्पादन क्षमता में पिछले साल की तुलना में जुलाई में केवल 3.7 फीसदी बढ़ा, वहीं इसके साथ ही खुदरा क्षेत्र में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. ये बढ़ोतरी दिसंबर 2022 के बाद से सबसे छोटी है. इसकी वजह से विकासशील देशों में चीन के इन्वेस्टमेंट पर भी बुरा असर पड़ा है.
South China Morning Post की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन की आर्थिक मंदी के कारण ब्राजील में देश के निवेश में भारी गिरावट आई है. पिछले 13 साल के दौरान निवेश दर में 78 फीसदी की कमी दर्ज की गई है. ब्राजील में चीन के निवेश दर में 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी देखी गई है.
3 करोड़ 62 लाख के करीब युवा बेरोजगार
चीन की बिगड़ती आर्थिक स्थिति की वजह से चीन विदेशी निवेश के मामले में ग्लोबली 9वें स्थान पर पहुंच गया है. चीन का निवेश न सिर्फ ब्राजील के मामले में कम हुआ है, बल्कि लैटिन अमेरिकी देशों, यूरोपीय संघ और ब्रिटेन में भी चीनी निवेश कम हुआ है. इसके विपरित अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के सदस्य देशों के निवेश दर में बढ़ोतरी देखी गई है.
दूसरी तरफ खराब अर्थव्यवस्था का असर देश में रह रहे युवाओं पर पड़ा है. एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में युवा बेरोजगारी दर 21.3 फीसदी हो चुका है. ये आंकड़ा डराने वाला है. इस वक्त चीन में कुल 17 करोड़ युवा है, जो पूरे आबादी की 12 फीसदी है. इनमें से 21.3 फीसदी युवा बेरोजगार है, यानी लगभग 3 करोड़ 62 लाख के करीब युवा बेरोजगार है. वहीं हाल में गिरती अर्थव्यवस्था की वजह से हांगकांग के हैंग सेंग शेयर बाजार में जनवरी से 20 फीसदी की कमी दर्ज की गई है.
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