वॉशिंगटन: अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने भारत-चीन सीमा पर स्थिति के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद जतायी है. पोम्पियो ने बुधवार को कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) ताइवान स्ट्रेट से लेकर हिमालय तक स्पष्ट तौर पर अपने पड़ोसियों को परेशान करने में लगी हुई है. विदेश विभाग के मुख्यालय में पोम्पिओ ने पत्रकारों से कहा कि उसकी यह प्रवृत्ति दक्षिण चीन सागर में भी जाहिर है.


उन्होंने कहा, “हम भारत-चीन सीमा पर हालात के शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद कर रहे हैं.’’ अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि ताइवान स्ट्रेट से लेकर हिमालय और अन्य जगहों पर, सीपीसी साफ तौर पर अपने पड़ोसियों को परेशान करने में लगी हुई है.


पोम्पिओ ने कहा, "सीपीसी के साम्राज्यवाद के लिए जिम्मेदार, हमारे सहयोगी फिलीपीन और अन्य देशों के आर्थिक क्षेत्रों में अवैध ऊर्जा निगरानी जैसे कामों में लगे, चीनी व्यक्तियों और संस्थानों पर अमेरिका ने पिछले हफ्ते प्रतिबंध और वीजा पाबंदियां लगायी हैं." पोम्पिओ अगले हफ्ते आसियान और हिंद-प्रशांत देशों के विदेश मंत्रियों के साथ ऑनलाइन बैठकें करने वाले हैं.


बता दें कि सोमवार को भारतीय थल सेना ने कहा था कि चीनी सेना ने 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात पैंगोंग झील के दक्षिण तट पर यथा स्थिति में एकतरफा तरीके से बदलाव करने के लिए ‘‘उकसाने वाली सैन्य गतिविधियां’’ की. अभी भी इलाके में स्थिति संवेदनशील बनी हुई है. इसके बाद मंगलवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्ताव ने कहा था कि चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने सोमवार को एक बार फिर ‘‘उकसाने वाली कार्रवाई’’ की, जब दोनों पक्षों के कमांडर दो दिन पहले पैंगोंग झील इलाके में यथास्थिति बदलने की चीनी कोशिशों के बाद तनाव घटाने के लिये बातचीत कर रहे थे.


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