China GJ-11 Drone: सिंगापुर एयर शो में चीन ने दिखाई सैन्य ताकत! GJ-11 ड्रोन के जरिए जंग की तैयारी में है ड्रैगन
China GJ-11 Drone: पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र और ताइवान के पूर्वी समुद्री तट पर निगरानी और युद्ध के लिए चीन ने GJ-11 नाम का एक ड्रोन बनाया है.
China GJ-11 Drone: चीन ने सिंगापुर एयर शो में अपने GJ-11 शार्प स्वॉर्ड मानव रहित लड़ाकू हवाई वाहन (UCAV) का एक स्केल मॉडल प्रदर्शित किया है. GJ-11 को J-20 के 'लॉयल विंगमैन' ड्रोन के रूप में प्रमोट किया गया है. इस ड्रोन के 004 फुजियान जहाज से उड़ान भरने की उम्मीद है. इस ड्रोन की कुछ तस्वीरें पिछले साल दिसंबर के अंत में देखने को मिली थी, लेकिन चीन की तरफ से कोई आधिरकारिक बयान नहीं दिया गया. अब उम्मीद जताई जा रही है कि यह ड्रोन चीन के नेवी वॉर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि सिंगापुर एयर शो में इस ड्रोन के प्रदर्शन का मतलब है कि चीन व्यावसायिक इरादे से ड्रोन को शो में लाया है. ऐसा करने से कुछ देश ड्रोन से प्रभावित हो सकते हैं. यदि ऐसा नहीं होता तो एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ऑफ चाइना (AYC) अपनी घरेलू तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन क्यों करना चाहेगा? इसके अलावा यह भी उम्मीद लगाई जा रही है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी नेवी (पीएलएएन) लगातार अपने वॉर सिस्टम के प्रदर्शन से दुनिया को अपनी ताकत से परिचय कराना चाह रही है.
कई तरह के गोला-बारूद ले जाने में सक्षम चाइनीज ड्रोन
GJ-11 को पहली बार आधिकारिक तौर पर अक्टूबर 2019 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (PRC) की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर सैन्य परेड में प्रदर्शित किया गया था. इस ड्रोन को अमेरिकी स्टील्थ RQ-170 सेंटिनल ड्रोन का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है. AVIC द्वारा विकसित और निर्मित इस ड्रोन की पहली तस्वीरें परेड के दौरान ही देखने को मिली, उस दौरान इसे एक ट्रक पर सेट किया गया था. ग्लोबल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक यह ड्रोन हवा से जमीन पर मार करने वाले ग्लाइड बम की तरह दिखता है. विशेषज्ञों ने कहा कि ड्रोन कई प्रकार के गोला-बारूद ले जाने में सक्षम है. ड्रोन बड़े साइज के गोला-बारूद भी ले जा सकता है, लेकिन इन्हें एयर शो में प्रदर्शित नहीं किया गया था.
खुफिया निगरानी में सक्षम हो सकता है ड्रोन
सिंगापुर एयर शो के दौरान की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें यह नीचे की तरफ से एक ग्लाइड बम भी गिराता दिख रहा है. माना जा रहा है कि इस ड्रोन में खुफिया निगरानी और क्षमता भी हो सकती है. ऐसा इसलिए माना जा रहा है, क्योंकि चीन इसी तरह के ड्रोन बनाता है, जिससे निगरानी की जा सके.
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