'भारत की भी जासूसी कर रहा चीन, कई देशों के मिलिट्री ठिकानों पर भेजे जासूसी गुब्बारे', अमेरिकी अधिकारियों का दावा
China के जासूसी गुब्बारे को लेकर अब अमेरिकी अधिकारी ने बड़ा खुलासा किया है. उनका कहना है कि ये गुब्बारे सिर्फ अमेरिकी में ही नहीं आए, बल्कि कई देशों के मिलिट्री ठिकानों पर भेजे गए हैं.
America On China's Spy Balloon: चीन के 'जासूसी गुब्बारे' (Spy Balloon) को लेकर रोज नई-नई बातें सामने आ रही हैं. अब अमेरिकी अधिकारियों ने दावा किया है कि चीन का जासूसी बैलून प्रोग्राम (Spy Balloon Program) एक वैश्विक निगरानी प्रयास का हिस्सा है, जिसे तमाम देशों की सैन्य क्षमताओं के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए बनाया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी के शीर्ष अधिकारियों ने बताया है कि चीन ने अपने जासूसी गुब्बारे से जापान, ताइवान, भारत और फिलीपींस की भी सैन्य जानकारी हासिल की है. अमेरिकी राजनयिकों का तर्क है कि चीन ने कई देशों के संप्रभु हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है. अमेरिकी अधिकारियों ने ये भी कहा कि स्पाय बैलून प्रोग्राम चीन में कई स्थानों से संचालित किया जाता है.
पेंटागन के प्रवक्ता, ब्रिगेडियर जनरल पैट्रिक एस. राइडर ने बुधवार (8 फरवरी) को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पिछले कई वर्षों में चीनी गुब्बारों को लैटिन अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, दक्षिण पूर्व एशिया, पूर्वी एशिया और यूरोप में देखा गया है. जनरल राइडर ने कहा, 'मेरा मानना है कि चीनी निगरानी गुब्बारे किसी बड़े प्रोग्राम का हिस्सा हैं.'
'दर्जनों देशों के साथ शेयर की चीनी जासूसी गुब्बारे की डिटेल'
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने वाशिंगटन में एक अन्य समाचार सम्मेलन में कहा कि विदेश विभाग ने वाशिंगटन में और विदेशों में अमेरिकी दूतावासों के माध्यम से दर्जनों देशों के साथ चीन के स्पाय बैलून प्रोग्राम की डिटेल शेयर की है. उन्होंने कहा, 'हम ऐसा इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि अमेरिका इस व्यापक कार्यक्रम का एकमात्र लक्ष्य नहीं था. इसने पांच महाद्वीपों के देशों की संप्रभुता का उल्लंघन किया है.'
'इन गुब्बारों के कई फायदे हैं'
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि नियमित पैटर्न में पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले सेटेलाइट के मुकाबले इन निगरानी गुब्बारों के कई फायदे हैं. वे पृथ्वी के करीब उड़ते हैं और हवा के पैटर्न के साथ बहाव करते हैं और रडार से भी बच सकते हैं. सैटेलाइट की तुलना में ये स्पाय बैलून ज्यादा साफ तस्वीरें ले सकते हैं.
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