बीजिंग: डोकलाम गतिरोध को लेकर भारत के साथ तनाव के बावजूद चीन अगले महीने देश के शियामेन शहर में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन को लेकर उत्साहित है और पांच उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं (भारत, चीन, रूस, ब्राज़ील, साउथ अफ्रीक) के बीच ‘ठोस सहयोग’ की उम्मीद जतायी है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सम्मेलन पर एक लेख में फूदान यूनिवर्सिटी में ब्रिक्स स्टडी सेंटर के निदेशक शेन यी के हवाले से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि शियामेन में होने वाला इस साल का सम्मेलन ज़्यादा प्रैक्टिकल और ठोस सहयोग पेश करेगा और इससे ब्रिक्स के सदस्यों के बीच विश्वास और भरोसे में सुधार होगा.’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका (ब्रिक्स) सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है जिसकी मेजबानी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग कर रहे हैं. इसको लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आयी है कि दोनों नेताओं के बीच सम्मेलन के अलग मुलाकात होगी या नहीं क्योंकि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध हाल के सालों में दोनों सेनाओं के बीच सबसे लंबा गतिरोध बन गया है.
शिन्हुआ की समीक्षा में कहा गया है कि सम्मेलन में ग्लोबल गवर्नेंस में ब्रिक्स की भूमिका, अर्थव्यवस्था की मजबूती और ग्लोबलाइज़ेशन में आ रही दिक्कतों पर चर्चा होगी.