China-India Relations: चीन के भीतर उमड़ा भारतीय सेना के लिए प्यार! जानें क्यों कह रहे वहां के लोग- हम इंडियन आर्मी के साथ
China On India: चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वु छियान ने गतिरोध का समाधान करने के लिए अब तक हुई कोर कमांडर स्तर की 20 दौर की बातचीत में हुई प्रगति का जिक्र किया.
China-India Relations: चीन के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार (30 नवंबर) को कहा कि उनकी फौज भारतीय सेना के साथ अपने संबंधों को महत्व देती है. इसके अलावा पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के बीच कोर कमांडर स्तर की 20 दौर की वार्ताओं से तनाव घटाने में मदद मिली है. बता दें कि भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले कुछ स्थानों पर तीन साल से अधिक समय से गतिरोध बना हुआ है. हालांकि, इस दौरान दोनों पक्षों ने व्यापक राजनयिक और सैन्य वार्ता के बाद कई इलाकों से अपने-अपने सैनिकों को पीछे हटा लिया है.
भारत यह कहता रहा है कि सीमावर्ती इलाकों में शांति बहाल होने तक चीन के साथ इसके संबंध सामान्य नहीं हो सकते हैं. इसी बीच चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वु छियान ने पूर्वी लद्दाख में लंबे समय से जारी गतिरोध पर एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारत-चीन सीमा पर मौजूदा स्थिति स्थिर बनी हुई है.उन्होंने कहा कि शीर्ष नेताओं के मार्गदर्शन के तहत, दोनों पक्षों ने राजनयिक और सैन्य माध्यमों के जरिये प्रभावी संवाद कायम रखा है और वेस्टर्न सेक्टर में शेष मुद्दों का हल करने में काम कर रही है.
चीन-भारत के रिश्ते को बताया महत्वपूर्ण
चीन के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वरिष्ठ कर्नल वु छियान ने गतिरोध का समाधान करने के लिए अब तक हुई कोर कमांडर स्तर की 20 दौर की वार्ताओं में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि सीमा नियंत्रण के लिए वार्ता एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है. इसने गलवान घाटी, पैंगोंग झील और हॉट स्प्रिंग्स सहित चार क्षेत्रों में सैनिकों को पीछे हटाने में भूमिका निभाई है.
भारतीय पक्ष डेपसांग और डेमचोक इलाकों में लंबित मुद्दा का हल करने पर जोर दे रहा है. कर्नल वु ने कहा, ‘‘चीन, भारत-चीन सैन्य संबंध को महत्व देता है. हम उम्मीद करते हैं कि भारतीय पक्ष परस्पर विश्वास बहाल करने, उपयुक्त तरीके से मतभेदों को दूर करने और सीमाओं पर शांति और स्थिरता के लक्ष्य पर पहुंचने के लिए हमारे साथ काम करेगा.’’
भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की बैठक
बता दें कि भारत और चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की पिछली बैठक वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के भारतीय सीमा की ओर चुशुल-मोल्दो सीमा बैठक स्थल पर नौ-10 दिसंबर को हुई थी. हालांकि, कर्नल वु ने अगले दौर की वार्ता के बारे में कुछ नहीं कहा. उन्होंने कहा, ‘‘कोर कमांडर स्तर की अगली बैठक के लिए हम आने वाले समय में सूचना देंगे.’’