China Uyghurs Muslim News: चीन ने हाल ही में अपने पूरे झिंजियांग (Xinjiang) क्षेत्र में हजारों 5G बेस स्टेशन लॉन्च किए हैं. अमेरिकी सरकार द्वारा फंडेड न्यूज सर्विस के अनुसार, ये बेस स्टेशन प्रौद्योगिकी आर्थिक विकास के बजाय उइगरों मुसलमानों (Uyghurs Muslim) की डिजिटल निगरानी के लिए लगाए गए हैं. चीन के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने पिछले महीने घोषणा की थी कि पूरे चीन में 5G बेस स्टेशनों की संख्या 1.96 मिलियन से अधिक हो गई है. 


चीन की सरकारी मीडिया संगठन शिन्हुआ ने मंत्रालय के अधिकारी वांग पेंग के हवाले से कहा, "उच्च गुणवत्ता वाला औद्योगिक इंटरनेट नेटवर्क चीन के 300 से अधिक शहरों को कवर करता है, जो पारंपरिक चीनी एंटरप्राइजेज के परिवर्तन और अपग्रेडिंग को तेज करता है." चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था और सोसायटी को पूरी तरह से डिजिटाइज करने के उद्देश्य से चलाए अभियान के तहत शिनजियांग में बेस स्टेशन लॉन्च किए हैं. 


उइगरों मुसलमानों की बढ़ेगी निगरानी


चीन में ब्रॉडबैंड सेलुलर नेटवर्क के लिए 5G तकनीक की शुरूआत 2019 में शुरू की गई थी. रेडियो फ्री एशिया (RFA) ने बताया कि झिंजियांग में चीन के सभी प्रांतों का सबसे बड़ा भूमि क्षेत्र 642,800 वर्ग किलोमीटर है. RFA ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा, "पूरे क्षेत्र में 5G नेटवर्क रोलआउट उस मौजूदा डिजिटल सिस्टम को बढ़ाएगा जो निगरानी ड्रोन, चेहरे की पहचान वाले कैमरे, मोबाइल फोन स्कैन के माध्यम से यहां के निवासियों खासकर उइगरों मुसलमानों की आवाजाही पर नजर रखता है. ये केवल निगरानी को और अधिक आसान बना देगा. 


यूएन की रिपोर्ट में था चीन की यातनाओं का जिक्र


संयुक्त राष्ट्र (UN) मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट ने अगस्त में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि चीनी सरकार ने दुर्व्यवहार किया है जो कि झिंजियांग में उइगर (Uyghurs Muslim) और अन्य तुर्क समुदायों को टागरेट करता है. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि चीन (China) में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ यौन और लिंग आधारित हिंसा हुई है. इसके अलावा इस समुदाय के लोगों को हिरासत में रखकर कई तरह की यातनाएं दी गईं.


ये भी पढ़ें-


Xi Jinping: शी जिनपिंग ने CCP बैठक में किया ताइवान के साथ विवाद और हॉन्ग कॉन्ग पर नियंत्रण का जिक्र, जानें क्या कहा