Pakistan Economic Crisis: आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) ने अपने सदाबहार सहयोगी चीन (China) से 1.3 अरब डॉलर के वाणिज्यिक कर्ज को जल्द से जल्द मुहैया कराने अनुरोध किया है और उसे IMF लोन प्रोग्राम के तहत मिलने वाली किस्त की घटती संभावनाओं से भी अवगत कराया है.
पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार (Ishaq Dar) ने सोमवार, 12 जून को चीन के डिप्लोमैटिक अफेयर्स के इंचार्ज पैंग चंक्स्यू के साथ मीटिंग के दौरान कर्ज संबंधी अनुरोध किया. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि चीनी अधिकारियों ने पहले ही पाकिस्तान को आश्वासन दिया है कि वे उसे कर्ज जरूर दिलाएंगे, लेकिन पाक को पहले वाला कर्ज चुकाना चाहिए. इधर, पाकिस्तान चाहता है कि पैसा जल्द से जल्द दिया जाए. डार ने चीन प्रतिनिधि से कर्ज की किस्त जल्द से जल्द पहुंचाने का आग्रह किया, जिसके मिलने पर पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में उछाल आ जाएगा.
3 बिलियन डॉलर से भी कम रह जाएगा विदेशी मुद्रा भंडार!
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान दो सप्ताह से भी कम समय में बैंक ऑफ चाइना को 300 मिलियन डॉलर का कर्ज चुकाने वाला है. नकदी की तंगी से जूझ रहे इस इस्लामिक मुल्क को तीन सप्ताह के भीतर चाइना डवलपमेंट बैंक को एक अरब डॉलर का भुगतान करने की भी उम्मीद है. उधर, पाकिस्तानी सेंट्रल बैंक ने आंकड़े जारी कर बताया था कि मुल्क का आधिकारिक विदेशी मुद्रा भंडार घटते-घटते अब 3.9 बिलियन डॉलर बचा है, और कर्ज की किस्तों में किसी भी तरह की देरी से ये भंडार 3 बिलियन डॉलर से भी नीचे आ सकता है.
IMF से लोन पाने में विफल रही पाकिस्तानी हुकूमत
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "वित्त मंत्री ने नौवीं समीक्षा के पूरा होने पर IMF के साथ बातचीत की प्रगति के बारे में चीन के 'चार्ज डी अफेयर्स' को अपडेट किया है." हालांकि, हैरत की बात यह है कि तमाम कोशिशों के बावजूद पाकिस्तानी हुकूमत और आईएमएफ मुल्क को दिवालिया होने से बचाने के उद्देश्य से 1.1 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज पर स्टाफ-लेवल एग्रीमेंट तक पहुंचने में विफल रहे हैं.
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