क्या है चीन की मंशा? 1 साल में बना डाले 100 परमाणु हथियार, भारत-अमेरिका हैं उसका सबसे बड़ा दुश्मन
China Latest News: DF-26 मिसाइल करीब 4000 किलोमीटर दूर तक दुश्मन ठिकाने को नेस्ताबूद करने में सक्षम है. इसके अलावा चीनी सेना के पास इंटर कॉन्टिनेंटल रेंज वाली मिसाइलों की संख्या करीब 346 है.
China Latest News: चीन पूरी दुनिया पर हुकूमत करने के लिए बेताब है. यही वजह है कि वह लगातार अपने परमाणु हथियारों के जखीरे में बढ़ोतरी कर रहा है. उसकी बेताबी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने पिछले एक साल में 100 नए परमाणु हथियार अपने बेड़े में शामिल कर लिए हैं. ताजा आंकड़ों के मुताबिक चीन के पास मौजूदा समय में 500 से ज्यादा परमाणु हथियार हैं.
बुलेटिन ऑफ दी एटोमिक साइंटिस्ट की रिपोर्ट पर गौर करें तो परमाणु क्षेत्र में चीन की रफ्तार अगर यही रही तो 2035 तक उसके पास 1500 से ज्यादा परमाणु हथियार हो जाएंगे. मौजूदा समय में चीन के पास मीडियम/इंटरमीडिएट लैंड बेस्ड ब्लास्टिक मिसाइलों की संख्या करीब 108 है. इन मिसाइलों में DF-21A/E करीब 2000 किलोमीटर तक वार करने में सक्षम है.
वहीं DF-26 मिसाइल करीब 4000 किलोमीटर दूर तक दुश्मन ठिकाने को नेस्ताबूद करने में सक्षम है. इसके अलावा चीनी सेना के पास इंटर कॉन्टिनेंटल रेंज वाली मिसाइलों की संख्या करीब 346 है. इसमें DF-5A करीब 12000 किलोमीटर दूर तक वार करने में सक्षम है.
वहीं DF-5B और DF-5C क्रमशः 13000-13000 हजार किलोमीटर, DF-27 5000 से 8000 किलोमीटर, DF-31 7200 किलोमीटर, DF-31A और DF-31AG क्रमशः 11200- 11200 किलोमीटर और DF-41 12000 किलोमीटर तक वार करने में सक्षम है.
चीनी बेड़े में सबमरीन से लॉन्च होने वाली करीब 72 ब्लॉस्टिक मिसाइल है. इसमें सबसे खतरनाक JL-2 और JL-3 हैं. JL-3 9000 किलोमीटर तक वार करने में सक्षम है, जबकि JL-2 7000 किलोमीटर से ज्यादा दूर तक वार करने में माहिर है.
भारत और अमेरिका को अपना खतरा मानता है चीन
चीन पहले अमेरिका को केवल अपना प्रमुख प्रतिद्वंदी मानता था. हालांकि, मौजूदा समय में उसे भारत से भी कड़ी टक्कर मिल रही है. चीन के लिए ताइवान के बीच में अमेरिका रोड़ा बना हुआ है.
यही वजह है कि उसने अमेरिकी गुआम मिलेट्री बेस को लगातार निशाना बनाते हुए कई रॉकेट के निर्माण किए हैं. इसमें सबसे खतरनाक रॉकेट उसका डॉग फेंग है. जिसे गुआम किलर के नाम से भी जाना जाता है.
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