China New Stealth 7 Drone: चीन ने हाल ही में अपने मॉर्डन CH-7 स्टील्थ ड्रोन की पहली तस्वीरें जारी की हैं. इसे रेनबो-7 के नाम से भी जाना जाता है. इसे चाइना एयरोस्पेस साइंस एंड टेक्नोलॉजी कॉरपोरेशन ने विकसित किया है. ये ड्रोन टोही, खुफिया जानकारी जुटाने और सटीक हमलों के लिए डिजाइन किया गया है. हालांकि, इसकी तस्वीरें सामने आने के बाद से इसकी तुलना अमेरिका के बी-21 रेडर स्टील्थ बॉम्बर से की जा रही है. कई एक्सपर्ट्स ने इसके डिजाइन को अमेरिकी बी-21 का कॉपी माना है, जिससे चीन पर एक बार फिर अमेरिकी तकनीक चोरी के आरोप लगे हैं.


CH-7 ड्रोन को ऊंचाई पर लंबे समय तक उड़ान भरने के लिए बनाया गया है. इसमें एक सिंगल टर्बोफैन इंजन लगा है, जो इसे 926 किमी प्रति घंटा की अधिकतम गति से उड़ान भरने में सक्षम बनाता है. इसके पंखों की चौड़ाई 22 मीटर है. यह 13,000 मीटर की ऊंचाई तक उड़ सकता है. इसकी उड़ान की सीमा 15 घंटे और 2000 किलोमीटर है, जिससे यह लंबी दूरी के मिशनों के लिए उपयुक्त माना गया है. इसका चिकना फ्लाइंग विंग डिज़ाइन इसे रडार डिटेक्शन से बचने में मदद करता है, जो स्टील्थ अभियानों के लिए महत्वपूर्ण है.






दुश्मन के खिलाफ CH-7 की शक्ति
CH-7 ड्रोन अपने स्टील्थ डिजाइन के कारण दुश्मन की हवाई सुरक्षा के बीच घुसपैठ कर सकता है और उनकी एक्टिविटी पर निगरानी रख सकता है. यह रडार से पकड़ में न आने और हीट सिग्नेचर कम करने की क्षमता रखता है, जिससे यह दुश्मन के सुरक्षा क्षेत्रों में स्टैंडऑफ हथियार तैनात करने में सक्षम है. यह ड्रोन चीनी सेना को सटीक निगरानी और हमले का एक महत्वपूर्ण उपकरण प्रदान करता है, खासकर ऐसे क्षेत्रों में जहां दुश्मन की हवाई सुरक्षा मजबूत है.


अमेरिकी तकनीक की संभावित चोरी के आरोप
CH-7 की तस्वीरें सामने आने के बाद से इसकी तुलना अमेरिका के बी-21 रेडर से की जा रही है. बी-21 एक लंबी दूरी का स्टील्थ बॉम्बर है, और CH-7 का डिज़ाइन उससे काफी मेल खाता है. चीन पर पहले भी अमेरिकी रक्षा तकनीक की नकल करने के आरोप लग चुके हैं, जैसे कि जे-20 स्टील्थ फाइटर को अमेरिकी एफ-22 और एफ-35 का प्रतिरूप माना गया है. इसी प्रकार चीन का वाई-20 परिवहन विमान भी अमेरिकी सी-17 से प्रेरित दिखता है.


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