(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
China Pakistan: चीन के प्रधानमंत्री ने किया पाकिस्तान के पीएम को फोन, कंगाली में कर्ज नहीं, दिया 'हर संभव मदद' का थोथा भरोसा!
China Pakistan Ties: अपनी दोस्ती को हिमालय जितना अडिग बताने वाले चीन और पाकिस्तान के सैन्य व आर्थिक संबंध किसी से छिपे नहीं हैं. मगर इन संबंधों से पाक को कितना कुछ हासिल हुआ है?
China Pakistan Relations: आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan Economic Crisis) की हुकूमत विदेशों से अरबों डॉलर के पैकेज चाहती है, लेकिन कोई उसे रकम दे नहीं रहा. पाकिस्तान के पुराने दोस्त चीन (China) से भी उसे उम्मीदों के मुताबिक मदद नहीं मिली. इसी मदद के वास्ते पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष जनरल आसिम मुनीर 4 दिन की चीन यात्रा पर गए हुए हैं. वहीं, अब चीन के प्रधानमंत्री ली किआंग ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से फोन पर बात की है.
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीनी प्रधानमंत्री ने फोन पर शहबाज से कहा कि वे वित्तीय संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को हर संभव मदद देंगे. हालांकि, उनकी ओर से किसी आर्थिक पैकेज के बारे में ऐलान नहीं किया गया. खबर है कि चीनी प्रधानमंत्री ली ने चीन और पाकिस्तान को अच्छे पड़ोसी, दोस्त, साझेदार और भाई बताया. उन्होंने शहबाज से बातचीत के दौरान कहा कि दोनों देशों को उच्च स्तरीय बातचीत करते रहनी चाहिए और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों और सहयोग में अधिक प्रगति को बढ़ावा देना चाहिए.
किस तरह पाकिस्तान का सपोर्ट करेगा ड्रैगन?
चीन के प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान से यह आशा भी व्यक्त की कि वो अपने देश में काम कर रहे चीनी संस्थानों और कर्मियों की सुरक्षा की गारंटी के लिए अनुकूल माहौल बनाना जारी रखेगा. चीनी प्रधानमंत्री ने कहा कि चीन वित्तीय स्थिरता बनाए रखने में पाकिस्तान का सपोर्ट करेगा. उन्होंने कहा कि हम आशा करते हैं कि पाकिस्तान एक अनुकूल वातावरण बनाना जारी रखेगा, ताकि पाकिस्तान में चीनी संस्थानों और कर्मियों की सुरक्षा की गारंटी दी जा सके.
चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर खतरे में!
बताते चलें कि चीन पाकिस्तान के अंदर चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) की 52 परियोजनाओं में 48 बिलियन अमेरीकी डॉलर से अधिक का निवेश कर चुका है. हालांकि, अरबों डॉलर के ये प्रोजेक्ट्स खतरे में हैं, क्योंकि पाकिस्तान में अक्सर आतंकी हमले होते रहे हैं. आतंकी हमलों में कई चीनी नागरिकों की जान जा चुकी है. इससे चीन की सरकार खासा चिंतित है.
बताया जा रहा है कि इस महीने की शुरुआत में बीजिंग में पाक के आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम को यह स्पष्ट संदेश दिया गया था कि पाकिस्तान में अब आगे से चीनी नागरिकों पर हमले नहीं होने चाहिए. उसके बाद यही बात पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की चीन यात्रा के दौरान भी उठाई गई.
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