ड्रैगन की छोटे-छोटे देशों पर दादागिरी: फिलीपींस के टापू तक पहुंचे चाइनीज नेवी के वॉरशिप, टकराव के आसार
South China Sea Dispute: चीन स्प्रैटली आईलैंड्स पर अपनी संप्रभुता का दावा करता है जबकि इस क्षेत्र में ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान और वियतनाम के भी दावे हैं. इनका विवाद कई सालों से चला आ रहा है.
China Philippines Dispute: एशिया का सबसे बड़ा देश चीन दक्षिणी-पूर्वी एशिया के छोटे-छोटे देशों पर दादागिरी जमा रहा है. वह अन्य देशों के समुद्री इलाकों को भी अपनी सीमा के दायरे में बताकर, वहां अपनी गतिविधियां संचालित करता रहा है. अपने प्रभाव वाले समुद्र को चीन (China) 'दक्षिण चीन सागर' के रूप में रेखांकित करता है. चीन की धौंस का अक्सर सामना करने वाले द्वीपीय देश फिलीपींस ने उस पर एक बार फिर घुसपैठ के आरोप लगाए हैं.
फिलीपींस के कोस्ट गार्ड्स (Philippine Coast Guard) ने शनिवार को कहा कि हमने अपने कब्जे वाले द्वीप के आस-पास चाइनीज नेवी के वॉरशिप और उनके बेड़े के अन्य साजो-सामान देखे हैं. फिलीपीन कोस्ट गार्ड ने कहा कि चीन के लगभग 42 जहाजों को थिटू द्वीप के आसपास के क्षेत्र में देखा गया. वहीं, एक चीनी नौसेना के जहाज और तट रक्षक जहाज को आस-पास के पानी में "धीरे-धीरे घूमते हुए" पाया गया गया. इस घटना के बाद वहां क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है.
फिलीपींस की ओर से इस मुद्दे को चीन के समक्ष उठाया जा रहा है, हालांकि मनीला स्थित चीनी दूतावास ने अभी इस मामले पर तत्काल कोई जवाब नहीं दिया है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, स्प्रैटली द्वीप श्रृंखला में थिटू दक्षिण चीन सागर में मनीला की सबसे बड़ी और रणनीतिक रूप से सबसे महत्वपूर्ण चौकी है. थिटू पालावान के पश्चिमी फिलीपीन प्रांत के लगभग 300 मील (480 किमी) पश्चिम में है. यहां पर सैन्य और कानून प्रवर्तन कर्मियों सहित 400 से अधिक लोगों के आवास हैं. इसी इलाके पर बीजिंग भी दावा करता है.
'अपना एक इंच भी क्षेत्र नहीं खोएगा फिलीपींस'
फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने दो हफ्ते पहले कहा था कि फिलीपींस "एक इंच भी क्षेत्र नहीं खोएगा", उसी दौरान दक्षिण पूर्व एशियाई लोगों ने समुद्र में चीन की "आक्रामक गतिविधियों" का विरोध किया. मार्कोस ने पिछले महीने दक्षिण चीन सागर में चीन की गतिविधियां बढ़ने की शिकायत करने के लिए चीनी राजदूत को तलब किया था.
'फिलीपींस की क्षेत्रीय अखंडता के साथ खुला उल्लंघन'
विशेषज्ञों का कहना है कि चीन का मछली पकड़ने का बेड़ा और तट रक्षक दक्षिण चीन सागर में अपनी रणनीतिक महत्वाकांक्षाओं के केंद्र में हैं और इसलिए उन्होंने लगातार उपस्थिति बनाई हुई है. फिलीपींस के कोस्टगार्ड्स ने अपने एक बयान में कहा, "उनकी निरंतर अनधिकृत उपस्थिति फिलीपींस की क्षेत्रीय अखंडता के साथ खुला उल्लंघन है.''
चीन ने मिलिट्री-ग्रेड लेजर से किया था हमला
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिलीपींस ने समुद्र में चीन की गतिविधियों के खिलाफ 77 शिकायतें दर्ज की हैं, जिनमें एक यह दावा भी शामिल है कि 6 फरवरी को एक चीनी तट रक्षक जहाज ने सप्लाई मिशन पर निकले फिलीपीन कोस्टगार्ड्स के शिप पर "मिलिट्री-ग्रेड लेजर" से हमला किया था.
यह भी पढ़ें: भारत ने पाक को धोया... विश्व बिरादरी के सामने बोलीं भारतीय राजनयिक सीमा पुजानी- Kashmir हमारा था, है और रहेगा