कोरोना वायरस महामारी इस समय पुरी दुनिया में कहर बरपा रही है. हर कोई देश और व्यक्ति इससे प्रभावित हुआ है. चाहे वो विकसित देश हो या विकासशील. अमीर हो या गरीब. कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से हुई. यहां पिछले साल दिसंबर में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया था. चीन ने पिछले महीने की शुरुआत में इस पर पूरी तरह काबू पा लिया था. 8 अप्रैल के बाद वुहान में एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला नहीं था. लेकिन लॉकडाउन हटाने के 35 दिन बाद यहां कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं.
1.10 करोड़ लोगों का टेस्ट
चीन के वुहान में छह नए कोरोना संक्रमित मामले आने के बाद, चीन सरकार वुहान के सभी 11 मिलियन (1.10 करोड़) निवासियों का टेस्ट करने की योजना बना रही है. चीनी सरकार वैश्विक महामारी के मूल उपकेंद्र वुहान में कोविड 19 को जड़ से खत्म करने लिए ये अभियान अगले सप्ताह के अंत से शुरू करने जा रही है.
बहुत जल्दी निर्णायक फैसला
वुहान में चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के एक अधिकारी वांग झोंगली ने नए मामले आने पर निराशा जताई, उन्होंने कहा, 'यह सोचना जरूरी है कि एक निर्णायक रिजल्ट जीत के बराबर नहीं होता है, इमरजेंसी रिस्पांस के लेवेल को कम करने से बचाव कम नहीं होता है.' उन्होंने अधिकारियों को अचानक उभरे इस मामले पर कार्रवाई करने के लिए कहा है.
बुजुर्ग व्यक्ति के संपर्क में आए
वुहान के स्वास्थ्य प्राधिकरणों ने रविवार को वुहान के एक आवासीय परिसर में रहने वाले पांच लोगों में कोरोना वायरस से संक्रमण की पुष्टि की. ये सभी लोग एक दिन पहले एक संक्रमित बुजुर्ग व्यक्ति के संपर्क में आए थे. ये सभी वुहान के ईस्ट वेस्ट लेक जिल में सनमीन आवासीय परिसर में रहते थे.
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