Xi Jinping: चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के कांग्रेस की बैठक का शनिवार को समापन हो गया, अब इसके बाद शी जिनपिंग के तीसरी बार राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ हो गया है, संभवतः रविवार को उनकी ताजपोशी हो सकती है. कांग्रेस की बैठक के समापन से पहले चीन में बदलती राजनीति के कई रंग दिखाई दिए, जिसमें शी जिनपिंग की राजनीति की गहरी चाल के तहत एक-एक प्रतिद्वंद्वी को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. इसके बाद अब शी जिनपिंग चीन के सबसे ताकतवर नेता बन जाएंगे.


कांग्रेस की बैठक के समापन से पहले चीन के पूर्व राष्ट्रपति हू जिंताओ को बैठक से बाहर कर दिया गया, ये खबर और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और लोगों ने जमकर इस पर प्रतिक्रिया दी. इसके बाद चीनी मीडिया ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें बाहर निकाला गया क्योंकि वे पिछले कई दिनों से बीमार थे और अच्छा नहीं महसूस कर रहे थे. 


हू जिंताओ का वीडियो हुआ वायरल, चीनी मीडिया ने दी सफाई


समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने ट्विटर पर कहा, "सिन्हुआ नेट के रिपोर्टर लियू जियावेन को पता चला है कि हू जिंताओ ने समापन सत्र में भाग लेने पर जोर दिया था ... वे बीमार थे और उन्हें स्वस्थ होने में अभी समय लगेगा. बयान में कहा गया, "सत्र के दौरान उनकी तबीयत ठीक नहीं थी, इस वजह से उनके कर्मचारी उन्हें बगल के एक कमरे में आराम करने के लिए ले गए थे. अब, वह काफी बेहतर हैं."






पीएम ली केकियांग को पद से हटाया गया


बीजिंग में सप्ताह भर चलने वाली सभा के अंत में, चीन की सत्तारूढ़ पार्टी ने व्यापक फेरबदल को मंजूरी दे दी, जिसमें कई शीर्ष अधिकारियों को उनके पद से हटा दिया गया है, जिसमें पीएम ली केकियांग भी शामिल थे. राष्ट्रपति शी जिनपिंग को नए सहयोगी नियुक्त करने की अनुमति दी गई है. नई केंद्रीय समिति की पहली बैठक के तुरंत बाद रविवार को शी की राष्ट्रपति के रूप में ताजपोशी होगी.


पीएम ली केकियांग को देश के नंबर दो नेता के रूप में जाना जाता है, उन्हें शनिवार को पोलित ब्यूरो स्थायी समिति से हटा दिया गया, जो चीन पर शासन करने वाले सात सबसे शक्तिशाली लोगों का समूह है.


शी जिनपिंग ने एक-एक कर विरोधियों को किया किनारे


बीजिंग में चल रही पार्टी कांग्रेस में, कम्युनिस्ट पार्टी ने शनिवार को अपनी 205 सदस्यीय केंद्रीय समिति का चुनाव किया, जिसमें से ली और तीन अन्य के नाम गायब थे. इसका मतलब ये है कि वे पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति में अपना स्थान बरकरार नहीं रख सकते, जिसके सदस्यों की घोषणा रविवार को की जाएगी. जिन तीन अन्य लोगों को हटा दिया गया, उनमें ली झांशु (72), लंबे समय तक शी के सहयोगी रहे वांग यांग (67), पार्टी सलाहकार निकाय के प्रमुख और सरकार में नंबर 4 और शंघाई पार्टी के प्रमुख हान झेंग (68) थे.


ली झांशु और हान के पद छोड़ने की उम्मीद थी क्योंकि उन्होंने 67 वर्ष की 'सेवानिवृत्ति की आयु' पार कर ली थी तो वहीं ली केकियांग छह महीने तक प्रधानमंत्री बने रहेंगे, जब तक कि उनके उत्तराधिकारी का नाम नहीं लिया जाता.


पीएम ली केकियांग थे राष्ट्रपति के प्रमुख दावेदार


ली केकियांग को चीन के राष्ट्रपति के लिए एक मजबूत उम्मीदवार माना जाता था, वे कम्युनिस्ट के 'राजसी' गुट (वरिष्ठ नेताओं के बेटे) से आते हैं. ली बाजार-उन्मुख सुधारों के समर्थक हैं, जैसा कि शी की अर्थव्यवस्था पर मजबूत राज्य नियंत्रण की नीति के विपरीत है. ली हू जिंताओ के अनुयायी थे, जो शी से पहले चीन के सर्वोच्च नेता थे. जिस दिन ली को पोलित ब्यूरो की स्थायी समिति से हटा दिया गया था, उस दिन हू को राष्ट्रीय कांग्रेस से बाहर निकलते देखा गया था, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है.


केकियांग को बेहतर नेतृत्व के लिए जाना जाता है


जैसा कि ली ने प्रशासनिक क्षेत्रों में अपना काम किया, उन्हें आर्थिक सुधार और उनकी आर्थिक नीति को 'लिकोनॉमिक्स' करार दिया गया था. फोर्ब्स ने 2017 में उनके मुद्रा के अंतर्राष्ट्रीयकरण की सराहना की थी. लेकिन जैसे-जैसे शी का सितारा चढ़ा, चीन में ली और 'लिकोनॉमिक्स' तेजी से फीके पड़ गए. यह कोई रहस्य नहीं है कि शी अपने नेतृत्व को मजबूत करने के लिए पार्टी के भीतर सभी प्रतिद्वंद्वी गुटों को खत्म करना चाहते हैं, और इसके लिए ली को उन्होंने बाहर का रास्ता दिखा दिया. 


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