Xi Jinping Will Be More Powerful: चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (President Xi Jinping) को असीमित शक्ति और शासन की डोर सौंपने की पूरी तैयारी कर ली है. इसके लिए चीन कम्युनिस्ट पार्टी -सीपीसी (Chinese Communist Party) अपने संविधान में बदलाव करने जा रही है. इसका इशारा बीते शुक्रवार को सीपीसी के नीति निर्धारक 25 सदस्यीय पोलित ब्यूरो की बैठक में मिल चुका है. इसमें अक्टूबर में होने जा रही 20 वीं राष्ट्रीय कांग्रेस (Congress) में शी जिनपिंग को लेकर कई अहम फैसलों पर मुहर लगने वाली है.


मजबूत होंगे शी


चीन में सत्ताधारी चीन कम्युनिस्ट पार्टी -सीपीसी की अगले महीने की 20 वीं राष्ट्रीय कांग्रेस बेहद अहम वक्त में होने जा रही है. इसमें  सीपीसी के संविधान में बदलाव के साथ ही राष्ट्रपति शी जिनपिंग को मजबूत करना अहम मुद्दा होगा. सीपीसी इस तरह की बैठक हर पांच साल के बाद एक बार बुलाती है. इसमें मौजूदा राष्ट्रपति शी को तीसरे कार्यकाल में राष्ट्रपति बनना तय है. इसके साथ ऐसे प्रावधान किए जाएंगे कि वह असीमित वक्त तक इस पद पर बने रहे. ये बैठक भी उन्ही की सरपरस्ती में होने जा रही है. इसमें पार्टी और जनता को एकजुट होकर कामयाबी और उपलब्धियों को हासिल करने पर भी जोर दिया जाएगा. यह भी साफ हो चुका है कि पार्टी की कमान शी जिनपिंग ही संभालेंगे. ये सीपीसी की नीति में अहम बदलाव माना जा रहा है. ऐसे में उनका कद कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक नेता माओ के बराबर होने की उम्मीद की जा रही है. 


संविधान में बदलाव जरूरी


बीते शुक्रवार को 25 सदस्यीय पोलित ब्यूरो (Politburo) की बैठक में एक आधिकारिक बयान जारी हुआ है. इसमें कहा गया है कि 20 वीं कांग्रेस में पार्टी के संविधान में बदलाव किया जाना जरूरी है. संविधान बदलाव से शी जिनपिंग के पार्टी के चेयरमैन बनना तय माना जा रहा है. इससे अब तक महासचिव, सैन्य अध्यक्ष और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ताकत में इजाफा होगा. इसके साथ ही वो पार्टी के संस्थापक माओ की बराबरी पर होंगे. इसमें कांग्रेस के प्रधानमंत्री ली केकियांग (Li-Keqiang) को रिटायरमेंट दिया जाएगा तो कई अन्य अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी. गौरतलब है कि चीन की संसद ने साल 2018 में प्रधानमंत्री ली केकियांग को दूसरी बार देश का प्रधानमंत्री चुना था. शी ने ही दोबारा से उन्हें इस पद के लिए नामांकित किया था.


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