वुहान: चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने की मुश्किल जिम्मेदारी सेना को उठाने का बुधवार को आदेश दिया. इस महामारी से 169 लोगों की मौत हो गई है और इस वायरस से करीब 6,000 संक्रमित भी हुए हैं और यह 17 देशों में फैल गया है. इस बीच, कई वैश्विक एयरलाइनों ने चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं.


चीन में इस वायरस से छह विदेशी भी संक्रमित हुए हैं. जर्मनी में चार मामलों की पुष्टि हुई है. इस तरह, फ्रांस के बाद यह दूसरा यूरोपीय देश हो गया है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के प्रमुख राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना से अपने उद्देश्य को दृढ़ता से मन में रखने और कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतने में योगदान देने की मुश्किल जिम्मेदारी उठाने को कहा है. वहीं, पीएलए ने हुबई प्रांत की राजधानी वुहान में अपने हजारों मेडिकल कर्मियों को इस वायरस से संक्रमित लोगों को बचाने के कार्य में लगाया है, ताकि चिकित्सकों की मदद की जा सके. यह शहर इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित हुआ है.


इन एयरलाइन्स ने रद्द की उड़ानें
एअर इंडिया, बिटिश एयरवेज, लुफ्थांसा, लॉयन एयर और इंडिगो एयरलाइन ने बुधवार को चीनी शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर दी. नयी दिल्ली में एअर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय एयरलाइन दिल्ली से शंघाई मार्ग पर अपनी उड़ानें 31 जनवरी से 14 फरवरी तक रद्द कर रही है.


इंडिगो ने भी चीन के विभिन्न शहरों के लिए अपनी उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है. लंदन में ब्रिटिश एयरवेज एयरवेज ने 31 जनवरी तक चीन के लिए अपनी उड़ानें तत्काल प्रभाव से रद्द करने की बुधवार को घोषणा की.


फ्रैंकफर्ट में लुफ्थांसा एयरलाइन ने बुधवार को कहा कि वह नौ फरवरी तक चीन के लिए अपनी उड़ानें रद्द कर रहा है. एयर फ्रांस ने वुहान के लिए अपनी उड़ान 24 जनवरी को रद्द कर दी.
अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा वायरस संक्रमण


कोरोना वायरस का मामला पिछले साल दिसंबर में सबसे पहले वुहान में सामने आया था. इस वायरस से 132 लोगाों की मौत हो चुकी है और यह कम से कम 17 देशों में फैल गया है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि वायरस संक्रमण अगले 10 दिन में चरम पर पहुंच जाएगा जिसके परिणाम स्वरूप बड़ी संख्या में लोगों की मौत होगी.


चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे.


सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने बताया कि कोरोना वायरस से पीड़ितों लोगों में से 1,239 की हालत गंभीर है और चीन में इसके 9,239 संभावित मामले सामने आए हैं.


कोरोना वायरस विषाणुओं का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह विषाणु ही लोगों को संक्रमित करते हैं. इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (सार्स) ऐसा कोरोनावायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.


31 नए मामले सामने आए


चीन के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि वायरस संक्रमण के 5,974 मामलों की पुष्टि हो गई और वायरस की वजह से होने वाले निमोनिया के 31 नए मामले मंगलवार तक सामने आए थे. सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ के अनुसार अभी तक कुल 132 लोग इस वायरस के कारण मारे गए हैं. उसने कहा कि मंगलवार तक हुबेई प्रांत में कोरोना वायरस के कारण 125 लोगों की मौत हो गई और 3,554 मामलों की पुष्टि हुई थी.


केरल में 806 लोगों को  निगरानी में रखा गया 


 केरल की स्वास्थ्य मंत्री के.के.शैलजा ने बुधवार को कहा कि केरल में 806 लोगों को संदिग्ध कोरोनावायरस को लेकर निगरानी में रखा गया है. इसमें से 10 लोग अस्पताल में हैं. उन्होंने कहा कि 19 लोगों को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया था, जिसमें से नौ को छुट्टी दे दी गई है.


के.के.शैलजा ने कहा, "सोलह नमूनों को पुणे के वायरोलॉजी लैबोरेटरी में भेजा गया है, जिसमें से 10 के निगेटिव होने की पुष्टि हुई है. बाकी के परिणामों की प्रतीक्षा है. जो लोग चीन से लौटे हैं उन्हें बेहद सावधान रहने की जरूरत है और अगर जरूरत हो तो उन्हें स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए, जिसके लिए जनरल हेल्पलाइन नंबर स्थापित की गई है.


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