Xi Jinping Xinjiang Visit: चीनी राष्ट्रपति (Chinese President) शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने इस सप्ताह शिनजियांग (Xinjiang) के अशांत क्षेत्र का दौरा किया. उनकी यात्रा का उद्देश्य हांगकांग (हांगकांग) के दौरे के बाद राष्ट्रीय एकता का प्रदर्शन करना था, क्योंकि वह अपने शासन को लंबा करना चाहते हैं. शुक्रवार की सुबह, राज्य के मीडिया आउटलेट्स ने चीन के सेंट्रल टेलीविज़न की एक फुटेज को दिखा रहे हैं जिनमें शी जिनपिंग को सरकारी कार्यालयों, एक संग्रहालय,  स्कूली कक्षाओं और शिनजियांग की राजधानी उरुमकी (Urumqi) के एक व्यापार क्षेत्र का दौरा करते देखे जा सकते हैं.


चीन पर उइगर मुस्लिमों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप
जिनिपंग को संगीतकारों और डांसर्स द्वारा बधाई दी गई. बधाई देने वाले पारंपरिक रूप से मुस्लिम उइगर अल्पसंख्यक के सदस्यों द्वारा पहने जाने वाले परिधान में नजर आए. मुस्लिम उइगर एक जातीय समूह है. यू.एस. और अन्य पश्चिमी सरकारें चीनी सरकार पर उइगर मुस्लिमों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाती रही हैं. हालांकि चीनी सरकार इन आरोपों को सिरे से खारिज करती रही है. जिनिपिंग की यात्रा के बारे में संक्षिप्त रिपोर्टिंग जातीय विभाजन के बजाय राष्ट्रीय एकता पर जोर देती प्रतीत होती है.


यह औचक दौरा लगभग दो सप्ताह की अवधि में फिर हुआ है. जिनपिंग सार्वजनिक रूप से मीडिया में अक्सर नजर नहीं आते हैं. विश्लेषकों का अनुमान है कि वह तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में बने रहने के लिए कोशिश कर रहे हैं.


हांगकांग यात्रा के बाद शिनजियांग का दौरा
शिनजियांग की यात्रा जून के अंत में शी की दो दिनों की हांगकांग यात्रा के बाद हुई है. पूर्व ब्रिटिश उपनिवेश के चीनी संप्रभुता में वापस आने के 25 साल पूरे होने के मौके पर जिनपिंग हांगकांग गए थे. बीजिंग द्वारा सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने के बाद से यह उनकी की पहली यात्रा थी. इस कानून के बारे में अमेरिकी सरकार सहित आलोचकों का कहना है कि यह शहर के अधिकारों की कटौती करता है.


बता दें शिनजियांग को लेकर चीन सरकार पर आरोप लगते रहे हैं कि उसने बड़े पैमाने पर नजरबंदी शिविरों में क्षेत्र के ज्यादातर मुस्लिम जातीय अल्पसंख्यकों को रखा है और सरकार उइगर मुस्लिमों का आत्मसात करने के लिए एक कार्यक्रम चला रही है.


2014 में किया था जिनपिंग ने शिनजियांग का दौरा
चीनी नेता ने अप्रैल 2014 में शिनजियांग का दौरा किया था, जब चीन में कहीं और हुई हिंसक घटनाओं के लिए बीजिंग ने शिनजियांग के उइगरों सहित जातीय अलगाववादियों पर आरोप लगाया था. बीजिंग ने इस क्षेत्र में सैन्य कर्मियों को आतंकवादियों पर "पहले हमला" करने का आदेश दिया था.


2018 तक, पश्चिमी मानवाधिकार समूह, सरकारें और मीडिया यह दावा किया कि शिनजियांग में उइगरों और अन्य जातीय अल्पसंख्यकों के कुछ सदस्यों की निगरानी काफी बढ़ा दी गई और बहुतों को नजरबंदी शिविरों में हिरासत में लिया गया जबकि अन्य को जबरन श्रम के लिए मजबूर कर दिया गया. बाद में हिरासत में लिए गए लोगों का अनुमान दस लाख से ऊपर बताया गया.


शिनजियांग नीति को लेकर अमेरिका और पश्चिम के निशाने पर चीन
जनवरी 2021 में पद छोड़ने से कुछ समय पहले, ट्रंप प्रशासन (Trump Administration) ने शिनजियांग (Xinjiang) में चीन की गतिविधि को नरसंहार (Genocide) के रूप में घोषित किया, इस शब्द  बाइडेन प्रशासन ने भी अपनाया है.


पश्चिमी सरकारों ने शिनजियांग नीति में शामिल कुछ चीनी अधिकारियों पर आर्थिक प्रतिबंध भी लगाए हैं, और इस क्षेत्र में व्यापार और निवेश लिंक काट दिए हैं. शिनजियांग नीति और साथ ही हांगकांग के प्रति चीन की नीतियों के विरोध में अमेरिका और कुछ सहयोगियों ने बीजिंग (Beijing) में इस साल के शीतकालीन ओलंपिक (Winter Olympics) का कूटनीतिक रूप से बहिष्कार किया.


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