China: चीन (China) अपने डिप्लोमेटिक चैनलों (Diplomatic Channels) के जरिये संयुक्त अरब अमीरात (UAE) समेत खाड़ी देशों (Gulf States) पर बलूच कार्यकर्ताओं (Baloch Activists) को पाकिस्तान भेजने का दबाव डाल रहा है. ऐसा वो मिडिल ईस्ट में चीनी निवेश का विरोध खत्म करने के लिए कर रहा है. ये बात मीडिया रिपोर्टों में कही गई है.


एक राजनयिक ने बलूचिस्तान के स्वतंत्र मानवाधिकार परिषद के सूचना सचिव अब्दुल्ला अब्बास (Abdullah Abbas) के हवाले से कहा कि साल 2018 में बलूच अलगाववादी विद्रोहियों की तरफ से कराची में चीनी वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद यूएई ने बलूच कार्यकर्ता राशिद हुसैन (Rashid Hussain) को पाकिस्तान (Pakistan) भेज दिया.


राजनयिक ने बताया कि निर्वासन से पहले उन्होंने उसे सात महीने तक गुप्त जगह रखा. अब्बास के मुताबिक, यह चीनी दबाव के कारण हो सकता है. अब्दुल्ला ने कहा कि इस साल फरवरी में हुसैन के एक अन्य चचेरे भाई को अमीरात के खुफिया विभाग ने गिरफ्तार किया था और उन्हीं परिस्थितियों में जबरन पाकिस्तान भेज दिया. अब्बास ने कहा, "हमारे पास इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि बीजिंग यूएई समेत खाड़ी देशों को लगातार पाकिस्तान बलूच कार्यकर्ताओं को सौंपने के लिए दबाव डालता है, जो चीनी निवेश का विरोध कर रहे हैं." 


चीनी नागरिकों पर हमला 


मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि चीन पाकिस्तान के साथ अपने संबंधों को लेकर एक लकीर पर चल रहा है, क्योंकि अलगाववादियों द्वारा बढ़ते हमले, जो बलूचिस्तान और सिंध के संसाधन संपन्न क्षेत्रों के दोहन के लिए चीन को दोषी ठहराते हैं, बीजिंग के लिए गहरी चिंता का विषय है. बलूचों ने हाल ही में बलूचिस्तान क्षेत्र के अंदर और बाहर पाकिस्तानी कानून प्रवर्तन एजेंसियों और चीनी प्रतिष्ठानों पर हमले और आत्मघाती बम विस्फोट किए हैं. 


कराची में एक चीनी डॉक्टर की हत्या


द डिप्लोमैट के अनुसार ये अलगाववादी अब उच्च पदस्थ चीनी अधिकारियों की बढ़ी हुई सुरक्षा के कारण सॉफ्ट टारगेट चुन रहे हैं. अतीत में पाकिस्तान में चीनियों पर लगातार हमले हुए हैं, जिसमें सबसे हालिया 28 सितंबर को कराची में एक चीनी पाकिस्तानी दंत चिकित्सक की हत्या भी शामिल है. मारे गए और घायल हुए लोगों की पहचान रोनाल्ड चाउ, रिचर्ड हू और उनकी पत्नी मार्गरेट के रूप में हुई है.


पाकिस्तान में एक नया आतंकवादी संगठन


बलूच (Baloch) अलगाववादियों के अलावा अब पाकिस्तान (Pakistan) में एक नए आतंकवादी संगठन का उदय हुआ है, जो पाकिस्तान के दक्षिणी सिंध प्रांत से सिंधु देश पीपुल्स आर्मी के नाम से जाना जाता है. एक बयान में समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली है, हालांकि उपलब्ध रिपोर्टों के अनुसार समूह के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है. द डिप्लोमैट की रिपोर्ट के अनुसार, कराची स्थित पत्रकार जिया उर रहमान ने इसे नया ब्रेकअवे ग्रुप बताते हुए कहा कि यह कराची सिंध में चीनी नागरिकों पर इस तरह के हमलों के पीछे हो सकता है.


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