दुनियाभर में कोरोना वायरस से अब तक लाखों लोगों को मौत हो चुकी है लेकिन अभी तक यह एक रहस्य बना हुआ है कि आखिर यह कहां से फैला और किस तरह से इसकी उत्पत्ति हुई. कोरोना महामारी की उत्पत्ति का पता लगाने चीन गई वैज्ञानिकों की टीम गहन जांच के बाद अब वहां से वापसी की तैयारी कर रही है. लेकिन, जांच टीम को वुहान के सी फूड मार्केट में कोरोना की उत्पत्ति को लेकर ‘अहम सुराग’ हाथ लगा है.


विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से जांच मिशन में गए न्यूयॉर्क के जंतु विज्ञानी पीटर डेसजेक ने कयास लगाते हुए कहा कि 10 फरवरी को उनकी वापसी से पहले जांच में जो कुछ सामने आया है उसे जारी कर दिया जाएगा.


पिछले साल दिसंबर में चीन के जिस वुहान सेंट्रल सिटी से दुनियाभर में कथित तौर पर कोरोना फैला था, वहां से बोलते हुए पीटर डेसजेक ने कहा कि 14 सदस्यीय डब्ल्यूएचओ की टीम ने चीन में एक्सपर्ट के साथ काम किया है और जो कुछ हुआ था उसका ‘सुराग पता लगाने के लिए’ हॉट स्पॉट्स और रिसर्च सेंटर्स का दौरा किया.


जांचकर्ता यह जानना चाहते है कि सार्स-कोव-2-वायरस, जिसके बारे में यह कहा जाता है कि यह चमगादड़ से फैला और देखते ही देखते चीन के वुहान से दुनियाभर में फैला, उसके क्या कारण थे. डेसजेक ने बताया कि महामारी को पता लगाने में जांच टर्निंग प्वाइंट साबित हो सकती है. साल 2019 के नवंबर-दिसंबर महीने में चीन के वुहान से ये वायरस पूरी दुनिया में फैला. इस वायरस की उत्पत्ति की जांच के लिए कुछ दिनों पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की टीम वुहान पहुंची थी.


पीटर डेसजक ने एसोसिएटेड प्रेस को शुक्रवार को बताया कि टीम के सदस्यों ने अपनी जांच में शामिल करने के लिए स्थानों और लोगों की एक लिस्ट दी थी जिसपर कोई आपत्ति नहीं जताई गई है. ब्रिटेन में जन्मे प्राणी विज्ञानी डेसजक ने कहा, “ हमसे पूछा गया था कि हम कहां जाना चाहते हैं. हमने अपनी एक लिस्ट दी थी... जिसे स्वीकार कर लिया गया. ’’ वह अमेरिका के न्यूयॉर्क सिटी के एनजीओ 'इको हेल्थ अलांयस' के अध्यक्ष भी हैं.


डेसजक ने बताया कि टीम ने स्थलों का दौरा पूरा कर लिया है और अगले कुछ दिन डेटा को खंगालेंगे और चीन के विशेषज्ञों से सलाह मशविरा करेंगे और बुधवार को अपनी रवानगी से पहले एक समाचार ब्रीफिंग में अपनी पड़ताल का सारांश पेश करेंगे. डेसज़क ने कहा, “ मैं यह नहीं बता सकता हूं कि हमें क्या मिला है क्योंकि हम उस समय पर हैं जहां टीमें अलग-अलग रास्ते, विभिन्न मुद्दों को देखते हुए एक साथ आ रही हैं."


कोरोना वायरस को लेकर ऐसा दावा किया गया कि ये वुहान की वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट से फैला. डेसजक ने इसका खंडन किया. उनके अलावा दूसरे वैज्ञानिकों ने भी इस बात का खंडन किया. चमगादडों से मनुष्य में इस वायरस के आने की कोई ठोस जानकारी नहीं मिली. वैज्ञानिकों ने लैब का भी दौरा किया.

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