नई दिल्ली: पाकिस्तान पर अमेरिका की सख्ती के बाद चीन पाक के बचाव में आ गया है. चीन ने पाकिस्तान को आतंकवाद का पीड़ित बताया है. चीन ने कहा है कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कुर्बानी दी है.


चीन ने कहा कि दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के योगदान समझना चाहिए. आपको बता दें कि कल अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर पाकिस्तान को लताड़ लगाई थी. इसके बाद अमेरिका ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान को साल 2016 के लिए दी जाने वाली 1628 करोड़ की मदद रोक दी.


चीन के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को शह देने का काम किया है. पाकिस्तान के समर्थन में चीन ने अपने बयान में कहा, ''पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में बलिदान दिया है. दुनिया को समझना चाहिए वैश्विक स्तर पर आतंकवाद को खत्म करने के लिए पाकिस्तान ने प्रयास किया है.''


डॉनल्ड ट्रंप ने अपने ट्वीट में क्या लिखा?
कल अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिका को एक ट्वीट के जरिए फटकार लगाई थी. उन्होंने ट्वीट किया, ''पिछले 15 साल में अमेरिका को मूर्खतापूर्ण तरीके से 33 बिलियन डॉलर दिए. लेकिन उन्होंने हमारे नेताओं को मूर्ख समझते हुए झूठ और धोखे के अलावा कुछ नहीं दिया. जिन आतंकवादियों को हम अफगानिस्तान में ढूंढते हैं उन्हें वो छुपने के लिए सुरक्षित ठिकाना देता है. अब और नहीं.''


ट्रंप के ट्वीट से पाकिस्तान में मची खलबली
अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्वीट के बाद पाकिस्तान में खलबली मच गई. आनन फानन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्री के साथ बैठक की. इसके बाद पाकिस्तान ने हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा के चंदे पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. हाफिज के एक और संगठन फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन की फंडिंग को बैन किया गया है. सेक्यूरिटी एंड एक्सचेंज कमीशन ऑफ पाकिस्तान ने इस बारे में नोटिफिकेशिन भी जारी कर दिया है.