China MeToo News: चीन के अधिकारियों ने देश की टेनिस खिलाड़ी द्वारा पूर्व शीर्ष सरकारी अधिकारी पर लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर ऑनलाइन चर्चा को प्रतिबंधित कर दिया है. यह दिखाता है कि चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऐसे आरोपों के प्रति कितनी संवेदनशील है.
टेनिस खिलाड़ी पेंग शुआई ने सोशल मीडिया पर लंबा-चौड़ा पोस्ट लिखकर पूर्व उपप्रधानमंत्री और पार्टी की शक्तिशाली पोलित ब्यूरो स्थायी समिति के सदस्य झांग गाओली पर यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि तीन साल पहले टेनिस के एक राउंड के बाद बार-बार मना करने के बावजूद झांग ने उनके साथ यौन संबंध बनाए. उनकी पोस्ट यह बताती है कि उन्होंने झांग के साथ सात वर्ष पहले एक बार यौन संबंध बनाएं थे. यह पोस्ट कुछ समय बाद हटा दी गई.
पेंग पूर्व शीर्ष स्तर की डबल खिलाड़ी हैं और उन्होंने 2013 में विंबलडन का ग्रैंड स्लैम्स और 2014 का फ्रेंच ओपन समेत कई डबल खिताब जीते हैं. बहरहाल, एसोसिएटिड प्रेस उनके पोस्ट की सत्यता की पुष्टि नहीं कर सका. यह पोस्ट मंगलवार रात चीन के प्रमुख सोशल मीडिया मंच ‘वाइबो’ पर उनके सत्यापित अकाउंट से की गयी थी.
यह पोस्ट जल्दी ही हटा ली गयी और ‘वाइबो’ पर पेंग के अकाउंट को खोजने पर वह नहीं मिला. न पेंग से न ही झांग से टिप्पणी के लिए संपर्क हो सका. चीन में 2018 में ‘मीटू अभियान’ की शुरुआत होने के बाद यह पहली बार है कि किसी प्रतिष्ठित सरकारी अधिकारी पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. उनकी पोस्ट के स्क्रीनशॉट ट्विटर पर वायरल हो गए हैं जो चीन में प्रतिबंधित है.
35 वर्षीय पेंग ने अपनी पोस्ट में लिखा कि अब 75 साल के हो गए झांग ने और उनकी पत्नी ने तीन साल पहले बीजिंग में टेनिस के मैच का प्रबंध किया था और वह बाद में उन्हें अपने घर के एक कमरे में ले गए जहां उनका यौन उत्पीड़न किया गया. उन्होंने कहा, “उस दोपहर को मैं बहुत डर गई थी. मैंने कभी नहीं सोचना था कि यह चीज़ भी हो सकती है.”