Pentagon Report: अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन की परमाणु हथियारों को लेकर एक रिपोर्ट पर चीन ने निशाना साधा है. चीन ने अमेरिका की इस रिपोर्ट को 'पक्षपाती' बताया है. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक चीन ने कहा है कि वॉशिंगटन परमाणु खतरे की वार्ता को बढ़ा-चढ़ा कर दिखा रहा है.
चीनी विदेश मंत्रालय का यह बयान पेंटागन की उस रिपोर्ट के बाद आया है, जिसमें कहा गया कि जितना अनुमान था, उससे कहीं ज्यादा तेजी से चीन अपने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ा रहा है. पेंटागन की रिपोर्ट में कहा गया कि साल 2027 तक चीन के बाद 700 परमाणु हथियार होंगे और वह 2030 तक इसे 1000 के पार ले जाएगा. पेंटागन की इसी रिपोर्ट को चीन ने पक्षपाती बताया है. दरअसल चीन मौजूदा परिदृश्य में अमेरिका का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी है. चीन तेजी से अपनी सेना और क्षमताओं को बढ़ा रहा है. चीन की मंशा है कि वह अमेरिका के वर्चस्व को हवा, समुद्र और अंतरिक्ष में चुनौती दे सके.
क्या है रिपोर्ट में
रिपोर्ट में कहा गया कि 6 साल के अंदर चीनी परमाणु हथियारों की संख्या बढ़कर 700 तक हो सकती है और 2030 तक यह तादाद 1,000 से ऊपर हो सकती है. हालांकि रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि अभी चीन के पास कितने हथियार हैं. लेकिन एक साल पहले पेंटागन ने कहा था कि उसके परमाणु हथियारों की संख्या 200 से कम है और इस दशक के आखिर तक यह दोगुना हो सकता है.
अमेरिका के पास फिलहाल 3,750 परमाणु हथियार हैं और इस संख्या को बढ़ाने का उसका कोई प्लान नहीं है. 2003 तक अमेरिका के परमाणु हथियारों की कुल संख्या लगभग 10,000 थी. बाइडन सरकार अपनी परमाणु नीति की व्यापक समीक्षा कर रही है. पेंटागन की यह रिपोर्ट दिसंबर 2020 तक जुटाई गई जानकारी पर आधारित है और इसलिए इसमें जनरल मार्क मिले की उन चिंताओं को शामिल नहीं किया गया है जो उन्होंने पिछले महीने चीनी हाइपरसॉनिक हथियार परीक्षणों को लेकर जताई थी.
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