China Taiwan Tension : ताइवान पर लगातार चीन के आक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है. हाल ही में चीन ने कुल 18 परमाणु सक्षम विमान ताइवान के क्षेत्र में भेजे. इस बात की जानकारी ताइवान ने सोमवार (12 दिसंबर) को दी. चीन शुरू से ही ताइवान को अपना हिस्सा मानता आया है. इस बात को मानने से ताइवान की सरकार ने हमेशा से इनकार किया है. सोमवार को ही चीन ने ताइवान से बिगड़ते संबंध का हवाला देते हुए ताइवान से आयात पर और भी ज्यादा प्रतिबंध लगा दिए हैं.
साल 2016 में त्साई इंग-वेंग के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही चीन ताइवान पर राजनीतिक, सैन्य और आर्थिक दबाव बनाता आया है. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी कि पिछले 24 घंटों में चीन ने कुल 21 विमान ताइवान के दक्षिणी- पश्चिमी क्षेत्र में प्रवेश किया है.
ताइवान ने चीन पर लगाया था आरोप
एएफपी के मुताबिक, ताइवान साल 2020 के दिसंबर महीने से रोजाना हवाई क्षेत्र में घुसपैठ के आंकड़ों को सार्वजनिक कर रहा है. अब तक जारी आंकड़ों में H-6 बम बरसाने वाले विमान का आंकड़ा सबसे ज्यादा है. हाल में चीन ने ताइवान से आयात होने वाले खाद्य पदार्थों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे. ताइवान के प्रधानमंत्री सु त्सेंग-चांग ने चीन पर अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियम तोड़ने का भी आरोप लगाया था.
2021 में सबसे ज्यादा भेजे थे विमान
चीन के बम बरसाने वाले विमान H-6 की क्षमता एक परमाणु बम का भार ले जाने के बराबर है. चीन के तरफ से एक दिन में 6 ऐसे विमान ताइवान के तरफ भेजने का काफी गहरा संकेत हैं. हालांकि पिछले कुछ दिनों में चीन ने अपने ताइवान के तरफ भेजने वाले विमानों की संख्या में बढ़ोतरी किया है. साल 2021 के अक्टूबर महीने में चीन ने सबसे ज्यादे 16 H-6 विमान ताइवान के तरफ भेजे थे.
अमेरिका के आने के बाद चीन ने बढ़ाई सख्ती
अमेरिकी नेता नैन्सी पेलोसी ने अगस्त महीने में ताइवान का दौरा किया था. इसके बाद से ही चीन ने ताइवान पर अपना रवैया और कड़ा कर दिया है. पूरे विश्व में इसके कारण चिंता का विषय बन गया है.
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