China Fruit Seller: इस शख्स ने फल बेचने वाले के नाम कर दी करोड़ों की प्रॉपर्टी, वजह जानकर आपको भी लगेगा झटका
China Fruit Seller: रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 2021 को चीन में बुजुर्ग की मौत भी हो गई. बाद में बुजुर्ग व्यक्ति की बहनों ने लियू को प्रॉपर्टी के कागजात और बैंक के सर्टिफिकेट देने से इनकार कर दिया.
Chinese Fruit Seller: चीन के शंघाई से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक 84 साल के बुर्जुग आदमी ने मरने से पहले अपनी 3.84 करोड़ की संपत्ति एक फल बेचने वाले के नाम कर दी. चीन में लियू नाम के फल बेचने वाले आदमी को उसके अच्छे कामों के लिए 84 साल के बुर्जुग ने करोड़ों की संपत्ति दे दी. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक फल बेचने वाले ने बुर्जुग की काफी देखभाल की थी. इसी से खुश होकर बुर्जुग ने अपनी संपत्ति फल वाले के नाम कर दी. इसके लिए बकायदा बुर्जुग ने एग्रीमेंट पेपर भी तैयार करवाए थे.
बुर्जुग के परिवार वालों को जब इस बात की खबर मिली की उनका फ्लैट और बैंक बैलेंस एक फल वाले के नाम कर दिया गया है तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने इस पर आरोप लगाते हुए कहा कि बुर्जुग आदमी की मानसिक संतुलन सही नहीं थी, इसकी वजह से उसने सारी संपत्ति फल वाले के नाम कर दी.
बुर्जुग व्यक्ति के बहनों ने किया कब्जा
कुछ साल पहले बुजुर्ग व्यक्ति ने फल वाले, उसकी पत्नी समेत तीन बच्चों को अपने घर में साथ रहने के लिए आमंत्रित किया था. उससे पहले फल वाला अपने परिवार वालों के साथ टूटे-फूटे मकान में रहता था. हालांकि, आज से 2 साल पहले 31 दिसंबर 2021 को मा (बुजुर्ग) की मौत हो गई थी. इसके बाद बुजुर्ग आदमी की तीन बहनों ने आकर घर पर कब्जा कर लिया. लियू को उनके बैंक खाते के प्रमाण पत्र और फ्लैट से जुड़े कागजात सौंपने से इनकार कर दिया और कहा कि वे अपने भाई के पैसे और फ्लैट की हकदार हैं. इसके बाद लियू मामले को कोर्ट में लेकर चला गया.
बुर्जुग के रिश्तेदारों ने लगाए आरोप
मा के रिश्तेदारों ने कोर्ट में कहा कि 2020 में बूढ़े व्यक्ति और लियू के बीच हस्ताक्षरित समझौता हुआ था. इस समझौते के तहत मा की मृत्यु के बाद उसकी देखभाल करने के लिए फल वाले के नाम सारी संपत्ति नाम कर दी जाए. हालांकि, मा के परिवार वालों ने एग्रीमेंट पेपर को अमान्य बताया.
उन्होंने आरोप लगाया कि मा को अल्जाइमर की बीमारी थी. इसकी वजह से वो पेपर साइन करने की स्थिति में नहीं थे. हालांकि, कोर्ट के अधिकारियों ने रिश्तेदारों के दावों का खंडन किया और कहा कि बुजुर्ग को किसी भी तरह की बीमारी नहीं थी. इस तरह से फल वाले को सारी संपत्ति मिल गई.
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