(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
घरेलू मोर्चे पर टीकाकरण में पिछड़ने के बावजूद चीन ने कोविड-19 टीका कूटनीति तेज की
रिपोर्ट के अनुसार चीन के घरेलू टीकाकरण कार्यक्रम में कई चुनौतियों हैं जिनमें टीके को लेकर लोगों की झिझक, सीमित आपूर्ति और चीन निर्मित टीकों की कम प्रभावशीलता शामिल हैं.
चीन जाहिर तौर पर अपने घरेलू टीकाकरण कार्यक्रम की तुलना में कोविड-19 टीका कूटनीति को अधिक प्राथमिकता दे रहा है. चीन अपने देश में टीके लगाने से ज्यादा मात्रा में उनका निर्यात कर रहा है. यह जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई है.
हांगकांग स्थित समाचार पत्र साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की ओर से संकलित आंकड़ों के अनुसार चीन ने सोमवार तक कम से कम 4.6 करोड़ तैयार टीकों या उसकी सामग्री दुनिया भर में भेजी है. इसके अलावा अभी और लाखों खुराकें भेजी जानी हैं.
इसके विपरीत, देश के स्वास्थ्य प्राधिकरण ने कहा कि चीन में 9 फरवरी तक टीकों की 4.05 करोड़ खुराकें दी गई थीं जबकि अमेरिका में 5 करोड़ से अधिक खुराकें दी जा चुकी हैं. चीन ने कुछ दिनों के अंदर ही कोविड-19 को लेकर लाखों जांच करायी थी. लेकिन वह जनवरी के शुरू में घोषित लक्ष्य को पूरा करने में नाकाम रहा है.
समाचार पत्र के अनुसार चीन ने अपने नववर्ष से पहले पांच करोड़ लोगों को टीके लगाने की बात की थी. चीनी नव वर्ष और वसंत महोत्सव मनाने के लिए चीन आधिकारिक रूप से 11 से 18 फरवरी तक बंद है.
रिपोर्ट के अनुसार चीन के घरेलू टीकाकरण कार्यक्रम में कई चुनौतियों हैं जिनमें टीके को लेकर लोगों की झिझक, सीमित आपूर्ति और चीन निर्मित टीकों की कम प्रभावशीलता शामिल हैं.