China Spy Ship In IOR: हिंद महासागर में सबकुछ ठीक नहीं लग रहा है. चीन लगातार भारत की गतिविधियों पर नजर रखने की कोशिश कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक बार फिर चीन ने अपना जासूसी जहाज हिंद महासागर क्षेत्र में भेजा है. भारत अगले सप्ताह एक लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण भी करने जा रहा है. ऐसे में चीन के जासूसी जहाज का हिंद महासागर (IOR) में प्रवेश करना कोई अच्छे संकेत नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीनी अनुसंधान और अंतरिक्ष-ट्रैकिंग पोत युआन वांग -5 ने इंडोनेशिया के सुंडा चैनल के माध्यम से आईओआर में प्रवेश किया है. वहीं भारतीय नौसेना इसको बारीकी से ट्रैक कर रही है. बता दें कि चीन का जासूसी जहाज उस समय IOR में दाखिल हुआ है, जब भारत ने भारत ने अंडमान और निकोबार क्षेत्र में मिसाइल परीक्षण के लिए NOTAM (नोटिस टू एयरमेन / नोटिस टू एयर मिशन) जारी किया है.
क्या स्थगित होगा मिसाइल परीक्षण?
मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसा भी दावा किया गया है कि पहले चीनी जहाज कहीं और जा रहा था, लेकिन भारत के नोटम जारी करने के फौरन बाद चीनी जहाज ने अपनी दिशा बदलकर हिंद महासागर की तरफ कर दी. ऐसे में अब यह देखना काफी अहम हो जाता है कि मिसाइल परीक्षण वास्तव में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किया जाएगा या स्थगित किया जाएगा.
नवंबर में भी भेजा था जासूसी जहाज
वन इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले भारत ने नवंबर के महीने में भी बैलिस्टिक मिसाइल टेस्ट की योजना बनाई थी और समय भी चीन ने अपने दूसरे जासूस जहाज युआन वांग-6 को IOR में भेज दिया था. नतीजतन भारत ने मिसाइल परीक्षण रोक दिया था. युआन वांग 6 से 11 नवंबर के बीच होने वाले मिसाइल टेस्ट से पहले हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश किया था, जिसके लिए भारत ने नोटम जारी किया था.
भारतीय नौसेना ने क्या कहा था?
हिंद महासागर क्षेत्र में चीन बार-बार घुसपैठ कर रहा है और इस पर कुछ दिन पहले भारतीय नौसेना ने भी प्रतिक्रिया दी थी. नौसेना ने 30 नवंबर (बुधवार) को कहा कि वह हिंद महासागर क्षेत्र पर निगरानी रखती है, जहां 'चीनी घुसपैठ के घटनाएं असामान्य नहीं हैं'. नौसेना ने कहा कि वह इस रणनीतिक क्षेत्र में देश के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. दक्षिणी नौसैन्य कमान के प्रमुख वाइस एडमिरल एम ए हंपीहोली ने कहा कि भारतीय नौसेना सैटेलाइट और समुद्री टोही विमानों की मदद से क्षेत्र में नजर रखती है.
ये भी पढ़ें- Ariha Saha: जर्मन सरकार से विदेश मंत्री एस जयशंकर की गुहार- 1.5 साल की बच्ची अरिहा साहा की हो घर वापसी