चीन की सरकारी सिचुआन एअरलाइंस ने भारत के लिए अपनी सभी कार्गो (मालवाहक) उड़ानों को अगले 15 दिन तक के लिए स्थगित कर दिया है जिससे निजी कारोबारियों द्वारा बीजिंग से अति-आवश्यक ऑक्सीजन सांद्रक और अन्य चिकित्सा आपूर्ति प्राप्त किए जाने में बड़ी बाधा उत्पन्न हो गई है. कंपनी ने यह कदम चीन सरकार द्वारा कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारत को ‘समर्थन एवं सहायता’ की पेशकश किए जाने के बावजूद उठाया है.


 


चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने सिचुआन एअरलाइंस द्वारा भारत जाने वाली कार्गो उड़ानों को स्थगित करने संबंधी सवालों के जवाब में सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘भारत में महामारी की स्थिति पर चीन करीब से नजर रख रहा है. गंभीर होती स्थिति को लेकर हमारी सहानुभूति भारत के साथ है.’’


 


उन्होंने कहा, ‘‘हम कह चुके हैं कि हम वायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रथम उपलब्ध अवसर में भारत की मदद करने को तैयार हैं. दोनों पक्ष इस संबंध में चर्चा कर रहे हैं.’’ उन्होंने हालांकि श्रीलंका स्थित चीनी दूतावास के उस ट्वीट की पुष्टि नहीं की जिसमें कहा गया था कि चीन द्वारा भारत को ऑक्सीजन सांद्रकों की आपूर्ति शुरू की जा चुकी है. कोलंबो स्थित चीनी दूतावास ने ट्वीट में कहा, ‘‘आज हांगकांग से दिल्ली के लिए 800 ऑक्सीजन सांद्रक उठाए गए हैं, एक सप्ताह में एक हजार सांद्रक और भेजे जाएंगे. चीन अत्यावश्यकता के मद्देनजर भारत के संपर्क में है.’’


 


इस ट्वीट के बारे में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर वांग ने कहा, ‘‘चीन आवश्यक सहायता उपलब्ध कराना चाहता है और वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारत की मदद करना चाहता है. यदि भारत कोई विशिष्ट मांग करता है तो हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के अनुरूप मदद उपलब्ध कराएंगे.’’ चीनी विनिर्माताओं द्वारा भारत भेजी जाने वाली चिकित्सा आपूर्ति के दाम बढ़ाए जाने से जुड़े सवाल पर वांग ने कहा, ‘‘चीन से भारत चिकित्सा आपूर्ति खरीदने को तैयार है, मैं इसे समझता हूं, यह एक व्यावसायिक गतिविधि है.’’


 


यह पूछे जाने पर कि क्वाड समूह के देश भारत की मदद नहीं कर रहे हैं, वांग ने कहा, ‘‘इस मुद्दे पर देशों को मिलकर काम करना चाहिए.’’ वांग ने भारत के लिए कार्गो उड़ान स्थगित करने के सिचुआन एअरलाइंस के निर्णय पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. सिचुआन एअरलाइंस का हिस्सा सिचुआन चुआनहांग लॉजिस्टिक कॉरपोरेशन लिमिटेड के विपणन एजेंट द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि विमानन कंपनी शियान-दिल्ली सहित छह मार्गों पर अपनी कार्गो सेवा स्थगित कर रही है.


 


समाचार एजेंसी ‘पीटीआई’ ने इस संबंध में कंपनी द्वारा जारी पत्र को देखा है. इसके मुताबिक कपंनी ने कहा, ‘‘महामारी की स्थिति (भारत) में अचानक हुए बदलाव के मद्देनजर और बाहर से आने वाले संक्रमण के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से यह फैसला किया गया है. इसलिए अगले 15 दिनों के लिए उड़ानों को स्थगित करने का फैसला किया गया है.’’


 


पत्र में कहा गया है, ‘‘भारतीय मार्ग हमेशा से ही सिचुआन एअरलाइंस का मुख्य रणनीतिक मार्ग रहा है. इस स्थगन से हमारी कंपनी को भारी नुकसान होगा. हम इस अपरिवर्तित परिस्थिति के लिए माफी मांगते हैं.’’ पत्र के मुताबिक कंपनी अगले 15 दिनों में फैसले की समीक्षा करेगी. कार्गो उड़ानों के स्थगन से एजेंट और सामान भेजने वाले हतप्रभ हैं जो चीन से ऑक्सीजन सांद्रक खरीदने का प्रयास कर रहे हैं.


 


यह भी शिकायत आ रही है कि चीनी उत्पादकों ने ऑक्सीजन संबधी उपकरणों की कीमत में 35 से 40 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी है. माल ढुलाई के शुल्क में भी करीब 20 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है. शंघाई में माल भेजने की कंपनी साइनो ग्लोबल लॉजिस्टिक के सिद्धार्थ सिन्हा ने समाचार एजेंसी ‘‘पीटीआई’ को बताया कि सिचुआन एअरलाइंस के फैसले से दोनों देशों के कारोबारियों द्वारा तेजी से ऑक्सीजन सांद्रक खरीदने और भारत को भेजने में बाधा उत्पन्न होगी.


 


उन्होंने कहा कि अब इन उपकरणों को भेजना और चुनौतीपूर्ण होगा तथा उन्हें सिंगापुर और अन्य देशों के रास्ते विभिन्न विमानन कंपनियों द्वारा भेजना होगा जिससे अति-आवश्यक इन उपकरणों की आपूर्ति में देरी होगी. सिन्हा ने कहा कि भारत में कोविड-19 की स्थिति का हवाला देकर उड़ानों का स्थगन आश्चर्यजनक है क्योंकि भारत जाने वाले चालक दल के किसी सदस्य को बदला नहीं जाता और उसी चालक दल के सदस्य ही विमान को वापस लाते हैं.


 


भारत में चीन के राजदूत सुन वीदोंग ने एक ट्वीट में कहा कि उनका देश कोविड-19 महामारी से निपटने में भारत का समर्थन करता है. उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘हम भारत को चिकित्सकीय सामानों की आपूर्ति में सहयोग के लिए चीनी कंपनियों को प्रेरित करेंगे.’’