China Space Mission: चीन ने लॉन्च किया अपना अंतरिक्ष मिशन Shenyang J-16, तीन अंतरिक्ष यात्रियों को भेजा स्पेस
China Space Mission: चीन के तियांगोंग स्पेस स्टेशन में तीन मॉड्यूल शामिल हैं. इस स्पेस प्रोग्राम से जुड़े अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि उनके पास साल 2030 तक चांद पर मिशन को लॉन्च करने की योजना है.
China Space Mission: चीनी (China) स्टेट न्यूज मीडिया के मुताबिक चीन ने मंगलवार (30 मई) को अपने नए स्पेस स्टेशन तियांगोंग (Tiangong space station) के लिए तीन-व्यक्तियों के दल को सफलतापूर्वक स्पेस में भेजने के लिए शेनझोउ-16 स्पेसक्रॉफ्ट को लॉन्च कर दिया है. इस मिशन के तहत चीन आने वाले दस साल में चांद पर अपने एस्ट्रोनॉट भेजना चाहता है.
चीन के गोबी रेगिस्तान के किनारे स्थित जियुक्वान लॉन्च सेंटर से शेन्ज़ो 16 स्पेसक्राफ्ट ने मंगलवार सुबह 9:30 बजे के ठीक बाद लॉन्ग मार्च 2-एफ रॉकेट से उड़ान भरी. शेनझोउ-16 के एस्ट्रोनॉट शेनझोऊ-15 के तीन सदस्यीय चालक दल की जगह लेंगे जो नवंबर के अंत में स्पेस स्टेशन पहुंचे थे. पहले से मौजूद तीनों एस्ट्रोनॉट अपनी 6 महीने की अवधि पूरी कर चुके हैं, जिसके बाद वो वापस से धरती पर आएंगे.
चीन को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर कर दिया गया
चीन के तियांगोंग स्पेस स्टेशन में तीन मॉड्यूल शामिल हैं. इस स्पेस प्रोग्राम से जुड़े अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि उनके पास साल 2030 तक चांद पर मिशन को लॉन्च करने के साथ-साथ इसका विस्तार करने की योजना है. चीन को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से बाहर कर दिया गया है, जिसके बाद चीन ने अपना खुद का एक स्पेस स्टेशन तैयार किया है.
अमेरिका ने चिंता जाहिर की थी चीन अपने स्पेस प्रोग्राम पर सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य शाखा पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ मिलकर काम कर रही है, जिसके बाद चीन को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन बाहर कर दिया गया.
तियांगोंग स्पेस स्टेशन में तीन मॉड्यूल
चीन के तियांगोंग स्पेस स्टेशन में तीन मॉड्यूल को शामिल किया गया है. इस मॉड्यूल पर 2021 अप्रैल से ही काम चल रहा है. उस दौरान कुल 11 क्रू मिलकर स्पेस स्टेशन पर काम कर रहे हैं. इसके अलावा कई बिना क्रू वाले मिशन को भी पूरा किया जा चुका है.
चीन ने सबसे पहले बड़े मॉड्यूल स्टेशन के हिस्से पर काम चालू किया था. इस दौरान उन्होंने स्पेस स्टेशन के सेंटर क्वार्टर के हिस्से को पूरा करने के लिए क्रू मेंबर को भेजा था. इसके बाद अगले मॉड्यूल को क्रॉस-आकार की संरचना बनाने के लिए फिलहाल टी-आकार वाले स्पेस स्टेशन के साथ काम करने की योजना है.