US-China Conflict over Taiwan: ताइवान के मुद्दे पर चीन (China) और अमेरिका (America) के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. पिछले कई दिनों से चीन मिलिट्री ड्रिल के नाम पर ताइवान की घेराबंदी में लगा है. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के ईस्टर्न थिएटर कमांड द्वारा ताइवान द्वीप के चारों ओर कई तरह के लड़ाकू विमानों और युद्धपोतों के बेड़े के साथ गश्त और सैन्य अभ्यास शुरू किया गया है. 


चीन की ओर से अब सीधे अमेरिका के लिए भी चेतावनी दी गई है. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका ताइवान में हद पार कर रहा है, जो कि चीन का ही हिस्‍सा है. उसे 'वन चाइना पॉलिसी' फॉलो करनी चाहिए. वहीं, चीनी सेना PLA के ईस्टर्न थिएटर कमांड ने एक बयान में कहा- "हमारे लड़ाकू विमानों ने ताइवान के सेलेक्टेड टारगेट्स पर गोला-बारूद से हमला किया है. इस मिलिट्री एक्सरसाइज में शेनडोंग युद्धपोत भी शामिल है". 




पूर्वी एशिया में मंडराने लगे युद्ध के बादल


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चीन ने युद्धपोतों के साथ रॉकेट-मिसाइलों की भी तैनात की है. और, भारी हथियारों की इस तैनाती से ताइवान में कोहराम मचा हुआ है, वहां लोग संभावित युद्ध के बारे में बात कर रहे हैं. हालांकि, ताइवान की सेना ने भी चीन की ओर अपना एयर डिफेंस सिस्‍टम और लड़ाकू विमान को तैनात किया है. ताइवान को कई अत्‍याधुनिक सैन्‍य-साजो-सामान अमेरिका से मिले हैं. उसके पास अमेरिकी हेलिकॉप्‍टर, क्रूज मिसाइलें और अमेरिकी कंपनियों द्वारा तैयार किए गए विमान हैं.


चीन ने सैकड़ों लड़ाकू विमान और पोत ताइवान की ओर भेजे


चीन-ताइवान के इलाके में तनाव इतना ज्‍यादा बढ़ गया है, कि युद्ध के बादल मंडराने लगे हैं. रविवार, 9 अप्रैल को चीनी सेना ने दर्जनों लड़ाकू विमान ताइवान की हवाई सीमा में भेजे और कहा कि हम तीन दिवसीय मिलिड्री ड्रिल कर रहे हैं, ये दुश्‍मनों को एक चेतावनी भी है. 12 अप्रैल की सुबह चीनी सेना ने अमेरिका को फिर चेतावनी दी. उसने कहा कि वह ताइवान के चारों ओर बड़े पैमाने पर युद्ध अभ्यास के तीन दिनों को पूरा करने के बाद अब "लड़ाई के लिए तैयार" है.




ताइवान की राष्ट्रपति की अमेरिका यात्रा के बाद आई नौबत


चीन का इतना आक्रमक रवैया तब सामने आया है, जब कि पिछले सप्ताह ताइवान की राष्ट्रपति चीन की चेतावनी को नजरअंदाज कर अमेरिका यात्रा पर पहुंच गईं और वहां के शीर्ष अधिकारियों से मिलीं. उसके बाद से चीन ने द्वीपीय देश ताइवान की सीमा को सील कर दिया और अमेरिका और ताइवान दोनों के खिलाफ प्रतिबंधों की घोषणा करनी शुरू दी.


ताइवान की घेराबंदी, किलर मिसाइलें तैनात


चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की ओर कहा गया है कि ताइवान अमेरिका से मिले हथियारों के दम पर मेनलैंड चाइना के विरुद्ध युद्ध की तैयारी कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि चीन सेना ने इलाके में किलर मिसाइलें तैनात की हैं. यदि अमेरिका ताइवान के बचाव में आता है तो चीन से युद्ध छिड़ सकता है. चीन की ओर से चेतावनी दी गई है कि अमेरिका उनके आंतरिक मामले में हस्तक्षेप न करे.


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