China Taiwan Conflict: चीन और ताइवान के बीच काफी समय से तनातनी चल रही है. चीन ने बार-बार यह दावा किया है कि ताइवान उसका अभिन्न अंग है, लेकिन इन वादों के बीच ताइवान मजबूती के साथ ड्रैगन के सामने डटा हुआ है. चीन से बढ़ते खतरे के बीच ताइवान ने पहली बार महिलाओं को मिलिट्री ट्रेनिंग देने का फैसला किया है.
हालांकि सेना में मिलिट्री ट्रेनिंग महिलाओं के लिए पुरुषों की तरह अनिवार्य नहीं होगी. महिलाएं अपनी इच्छा से खुद को सेना में भर्ती होने के लिए नॉमिनेट कर सकेंगी. ताइनवान की इस नई व्यवस्था को चीन से बढ़ते सैन्य कार्रवाई के खतरे से निपटने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.
220 महिला सैनिकों को मिलिट्री ट्रेनिंग
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में कहा है कि इस साल की दूसरी तिमाही में शुरू होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में कम से कम 220 महिला सैनिकों को मिलिट्री ट्रेनिंग में शामिल होने का मौका देगा. सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, रक्षा मंत्रालय ने इससे पहले एक बयान में कहा था कि वब सिर्फ पुरुष उम्मीदवारों को ही मिलिट्री ट्रेनिंग देने में सक्षम है, क्योंकि उसके पास महिलाओं और पुरुषों को एक साथ ट्रेनिंग देने की क्षमता नहीं है.
नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद बवाल बढ़ा
अमेरिकी हाउस की स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद चीन और ताइवान के बीच संबंध और खराब हो गए हैं. यह यात्रा चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की चेतावनी के बावजूद की गई थी जिन्होंने कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को "आग से नहीं खेलना चाहिए."
बता दें कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) ने 8 जनवरी को ताइवान के आसपास के क्षेत्रों में युद्धाभ्यास किया था. ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने अनुसार, उन्होंने चीन के 57 विमानों को ताइवान की सीमा का निर्धारण करने वाले मीडियन लाइन पार करते हुए पकड़ा था. पीएलए ने इसे लेकर बयान जारी करते हुए कहा था कि ताइवान की खाड़ी में युद्ध की तैयारी और असल लड़ाई का साझा अभ्यास किया गया.
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