China Taiwan Conflict: अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी बुधवार यानी 3 अगस्त को ताइवान से जा चुकी हैं, लेकिन चीन एक्शन में आ गया है. चीन ने ताइवान पर कई तरह के आर्थिक प्रतिबंध (Economic Sanctions) लगा दिए गए. इस बीच ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि उनकी वेबसाइट कुछ देर के लिए हैक हो गई थी. माना जा रहा है कि इस हैकिंग को चीन के हैकरों ने अंजाम दिया है, हालांकि इस बात की कोई पुष्टि नहीं हो पाई है. 


फिलहाल ताइवान अपने क्षेत्र के साइबर सुरक्षा बढ़ाने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है. इससे पहले इस सप्ताह की शुरुआत में ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय सहित कई सरकारी वेबसाइटें  साइबर हमलों की चपेट में आ गई थीं. कुछ अधिकारियों का मानना है कि ये वेबसाइट तीन और रूस के हैकर्स द्वारा हैक किए गए थे. 


चीन की तिलमिलाहट इतनी बढ़ी


दरअसल नैंसी पेलेसी के ताइवान (Taiwan) दौरे के बाद से ही चीन की तिलमिलाहट इतनी बढ़ गई है कि ताइवान सीमा पर ड्रैगन के घातक हथियार गरजने लगे है. चीनी विदेश मंत्री (China Foreign Minister) ने ताइवान और अमेरिका को टारगेट करते हुए कहा कि  बीजिंग (Beijing) को नाराज करने वालों की खैर नहीं है. 


चीन की सरकारी मीडिया के मुताबिक, विदेश मंत्री वांग यी (China Foreign Minister Wang Yi) ने चेतावनी दी है कि जो बीजिंग को नाराज करेगा, उसे सजा मिलेगी. नैंसी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ''यह एक पूरा तमाशा है. अमेरिका (America) तथाकथित लोकतंत्र (Democracy) की आड़ में चीन की संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है. प्रवक्ता ने आगे कहा, ''नैंसी पेलोसी की यात्रा ताइवान में लोकतंत्र के बारे में नहीं है, यह चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के बारे में एक मुद्दा है.''


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