एयरपोर्ट के लिए समंदर के बीच आर्टिफिशियल आइलैंड बनाने जा रहा चीन! जानें खासियत
चीन 43 मिलियन यात्रियों को संभालने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा चीन आर्टिफिशियल आइलैंड एयरपोर्ट बनाएगा. चीन का यह प्रोजेक्ट तकनीकी और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग है.
China Artificial Island Airport: चीन एक बार फिर तकनीकी और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए तैयार है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP) की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने घोषणा की है कि वह 43 मिलियन यात्रियों को संभालने के लिए दुनिया का सबसे बड़ा आर्टिफिशियल-आइलैंड एयरपोर्ट बना रहा है. यह एयरपोर्ट ग्वांगडोंग प्रांत के तट पर बनाया जाएगा और इसे देश के अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात को और भी अधिक मजबूती देने के लिए डिजाइन किया गया है.
लियाओनिंग प्रांतीय सरकार की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, वर्तमान में निर्माणाधीन डालियान जिनझोउवान अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा 20 वर्ग किलोमीटर (7.72 वर्ग मील) में फैला होगा. पूरा होने के बाद ये एयरपोर्ट हांगकांग अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, जो 12.48 वर्ग किलोमीटर में फैला है और जापान के कंसाई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे, जो 10.5 वर्ग किलोमीटर में फैला है, उसे पीछे छोड़ देगा - दोनों ही आर्टिफिशियल आइलैंड पर स्थित हैं.
एयरपोर्ट की खासियत
1. इस एयरपोर्ट की एनुअल पैसेंजर कैपेसिटी 43 मिलियन होगी. यह मॉडर्न डिजाइन और स्मार्ट तकनीकों के उपयोग से यात्रियों को सुविधाजनक अनुभव प्रदान करेगा.
2. एयरपोर्ट एक आर्टिफिशियल आइलैंड पर बनाया जाएगा, जो समुद्र के ऊपर एक अत्याधुनिक संरचना होगी. इस परियोजना में समुद्र के पानी को बाहर निकालकर बड़े पैमाने पर लैंड का निर्माण किया जाएगा.
3. एयरपोर्ट का डिज़ाइन पर्यावरण पर न्यूनतम प्रभाव डालने के लिए तैयार किया जाएगा. एयरपोर्ट पर रिन्यूएबल एनर्जी सोर्स जैसे सोलर एनर्जी और विंड पावर का उपयोग होगा.
लियाओनिंग प्रांतीय सरकार ने बताया कि, अगस्त तक, 77,000 वर्ग मीटर के पुनर्ग्रहण क्षेत्र पर "गहरी नींव उपचार" पूरा हो चुका था. भूमि सुधार और टर्मिनल भवन की नींव के लिए भी योजनाएं चल रही हैं.
चीन पहले से ही दुनिया का सबसे व्यस्ततम हवाई अड्डा (बीजिंग कैपिटल इंटरनेशनल एयरपोर्ट) संचालित कर रहा है. यह नया एयरपोर्ट बनने से चीन को वैश्विक हवाई यातायात का केंद्र बनने की ओर एक और कदम बढ़ाएगा. यह एयरपोर्ट ग्वांगडोंग-हांगकांग-मकाऊ ग्रेटर बे एरिया के आर्थिक विकास को और तेज करेगा. यह जगह चीन का अंतरराष्ट्रीय व्यापार और पर्यटन केंद्र बनने की क्षमता रखता है.
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