Lok Sabha Election on China: भारत में लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान होने के बाद चर्चा चीन में तेज हो गई है. चीन के मुखपत्र कहे जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने अनाप शनाप की बातें करना शुरू कर दिया है. अब चीन को डर सता रहा है कि कहीं लोकसभा के कैंडिडेट अपने फायदे के लिए चुनाव में चीन की पोल-पट्टी न खोल दें. इसको लेकर चीनी समाचार पत्र ने बकायदा लेख छापा है.
ग्लोबल टाइम्स ने रविवार को प्रकाशित एक लेख में लिखा, 'भारत में लोकसभा चुनाव के लिए तारीखों का एलान हो चुका है. सात चरणों वोटिंग होगी और 4 जून को परिणाम घोषित किए जाएंगे. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर सत्ता की बागडोर संभाल सकते हैं. चीन-भारत पड़ोसी राज्य हैं, ऐसे में चीनी मीडिया भारत के सबसे बड़े चुनाव को नजदीक से देख रही है, क्योंकि दोनों देशों के बीच अक्सर सीमा विवाद बना रहता है. साल 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सेनाओं के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 4 चीनी और 20 भारतीय सैनिकों की जान गई थी.'
भारत-चीन व्यापार मुद्दा
चीनी मुखपत्र ने आगे लिखा, 'चीन और भारत के बीच लगातार व्यापारिक सुधार हुआ है, जिसपर चीनी मीडिया की नजर बनी रहती है. साल 2023 में दोनों देशों के बीच 136.22 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ, जो पिछले साल के मुकाबले 1.5 फीसदी अधिक था. इस दौरान भारत में चीन का निर्यात 117.68 बिलियन डॉलर का हुआ और भारत का चीन में निर्यात महज 18.54 डॉलर ही हुआ. ऐसे में भारत, चीन के साथ लगातार व्यापार घाटे में चल रहा है.'
चीन को किस बात का है डर?
ग्लोबल टाइम्स ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए लिखा, 'भारत में होने वाले चुनाव के दौरान कहीं चीन के साथ व्यापार घाटा मु्द्दा न बन जाए.' चीनी मुखपत्र ने कहा, 'हमको डर है कि भारत की मीडिया चुनाव के दौरान चीन के खिलाफ व्यापार घाटे को लेकर माहौल बना सकती है. भारत की मीडिया पहले भी ऐसा कर चुकी है. कई उम्मीदवार अधिक वोट पाने के लिए चीन का मुद्दा उठा सकते हैं ऐसे में चीन को बड़ा नुकसान हो सकता है. चुनाव के कैंडिडेट अधिक वोट हासिल करने के लिए चीन विरोधी महौल खड़ा करते हैं.'
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