China Representative Mao Ning on Biden Statement: अमेरिका और चीन के राष्ट्राध्यक्षों के बीच इस साल की पहली बैठक बुधवार (16 नवंबर) को सैन फ्रांसिस्को में हुई. इस बैठक में दोनों ताकतवर नेताओं के बीच बेहद ही निर्णायक और सफल चर्चाएं हुईं थीं लेकिन कुछ घंटों बाद ही तल्ख बयानबाजी सामने आने लगी हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को तानाशाह कह डाला है. इस पर जिनपिंग भी भड़क उठे हैं.
इस बीच देखा जाए तो दोनों ताकतवर देशों के नेताओं के बीच द्विपक्षीय बैठक में कई अहम मुद्दों को लेकर करीब 4 घंटे तक चर्चा हुई थी. इस बैठक को लेकर यूएस राष्ट्रपति बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने भी अपने बयान दिए हैं. मीटिंग को लेकर अब राष्ट्रपति बाइडेन से मीडिया की तरफ से किए एक सवाल पर दिए जवाब पर चीन को गुस्सा आ गया है.
पत्रकारों ने बाइडेन से पूछा कि क्या वह अभी भी शी जिनपिंग को डिक्टेटर समझते हैं? इस पर यूएस प्रेजिडेंट ने कहा कि वह यकीकन हैं. वो एक ऐसे देश का नेतृत्व कर रहे हैं जोकि कम्युनिस्ट हैं. इस संदर्भ में वो डिक्टेटर हैं. यूएस और चीन की सरकारों की कार्यप्रणाली पूरी तरह से अलग है.
गैर-जिम्मेदारी से राजनीतिक मंशा से दिया बयान बताया
न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन के बयान की चीन के विदेश मंत्रालय ने अलोचना करते हुए उसको पूरी तरह से गलत करार दिया है. यह बेहद ही गैर-जिम्मेदारी से राजनीतिक मंशा से दिया गया बयान है जिसका पुरजोर विरोध करते हैं.
'दो देशों में फूट डालने का प्रयास करने वाले सब जानते हैं'
मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग का कहना है कि कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो अपने फायदे के लिए संबंधों को खराब करने का प्रयास करते हैं. दोनों देशों के संबंधों को ध्वस्त करने का प्रयास करते हैं लेकिन इसमें वो कामयाब नहीं होंगे. उन्होंने बाइडेन का नाम लिये बिना कहा कि जो भी दोनों देशों के बीच फूट और विवाद खड़ा करने का प्रयास करते हैं, वो यह सब जानते हैं.
यूएस प्रेजिडेंट ने जून में भी बताया था जिनपिंग को तानाशाह
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, सैन फ्रांसिस्को के बाहरी इलाके में शी के साथ 4 घंटे की लंबी बातचीत के बाद बाइडेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसके आखिर में पूछे सवाल के जवाब में उन्होंने इस तरह का बयान दिया. ऐसा यूएस प्रेजिडेंट ने जून में कहा था.
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