(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
America China: चीन के विदेश मंत्री की अमेरिका को चेतावनी, बोले- 'अपनी सीमा पार ना करें'
China US Relations: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले महीने इंडोनेशिया के बाली में G20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी.
China US Relations: चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका को दो टूक सुनाते हुए चेतावनी दी है. विदेश मंत्री वांग यी ने एक फोन कॉल के दौरान अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका को "एकतरफा धमकाने की अपनी पुरानी आदत" पर रोक लगानी चाहिए. वांग यी ने शुक्रवार (23 दिसंबर) को अमेरिका पर चीन के विकास को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा, अमेरिका को बीजिंग की वैध मान्यताओं पर ध्यान देना चाहिए. वांग ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा, वह "सलामी स्लाइसिंग" रणनीति का इस्तेमाल करके चीन की लाल सीमाओं को चुनौती देने की कोशिश ना करे.
जुड़ने की कोशिश में चीन-अमेरिका
वांग यी की इस टिप्पणी ने अमेरिका-चीन (दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं) के बीच खराब संबंधों को रेखांकित किया है. यहां तक कि दोनों देशों के नेताओं ने हाल के दिनों में कूटनीति तौर से फिर से जुड़ने की कोशिश की है.
G20 शिखर सम्मेलन में शी-जो बाइडेन की हुई थी मुलाकात
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले महीने इंडोनेशिया के बाली में G20 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की थी. यहां दोनों शीर्ष नेताओं ने ताइवान सहित कई बड़े मुद्दों पर चर्चा की थी. यह चीन और अमेरिका के राष्ट्रपतियों की 2017 के बाद से पहली व्यक्तिगत बातचीत थी.
क्यों हो रहा है विवाद?
दरअसल, चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है, लेकिन चीन मानता है कि अमेरिका धीरे-धीरे ताइवान में घुस रहा है और वह चीन को चुनौती दे रहा है. यही वजह है कि चीन ने अमेरिका को खुले तौर पर चेतावनी दी है. इसी साल अगस्त के महीने में चीन और अमेरिका तब आमने-सामने आ गए थे जब अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी अचानक से ताइवान के दौरे पर चली गई थीं.
वहीं, जो बाइडेन ने चीन के की ओर से "ताइवान के प्रति जबरदस्ती और तेजी से आक्रामक कार्रवाई" पर आपत्ति जताई थी. शी जिनपिंग ने इसे "पहली लाल रेखा" कहा था और कहा था कि इस रेखा को चीन-अमेरिका संबंधों के बीच पार नहीं किया जाना चाहिए.
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