कोलकाता: चीन अपने उत्तर पश्चिमी इलाके के प्रांत कुनमिंग और कोलकाता के बीच एक हाई स्पीड बुलेट ट्रेन चलाना चाहता है. चीनी कॉन्सुलेट जनरल मा झनवु ने एक सम्मेलन में बोलते हुए कहा "चीन, पूर्वी भारत, म्यांमार और बांग्लादेश में व्यापार और आर्थिक विकास की संभावनाओं को बढ़ाने चाहता है, मुझे लगता है कि भारत-चीन के संयुक्त प्रयासों से इस क्षेत्र में एक हाई स्पीड ट्रेन सेवा स्थापित की जा सकती है. जनरल झनवु ने कहा कि कुनमिंग में ग्रेटर मेकॉन्ग सब्रेगियन की बैठक में भी इस परियोजना पर चर्चा हुई थी.
कुनमिंग से कोलकाता पहुंचने में सिर्फ कुछ घंटे ही लगेंगे
जनरल मा झनवु ने कहा "आगे बढ़ने के लिए भारत और चीन को एक दूसरे के साथ सहयोग करने की जरूरत है. व्यक्तिगत रूप से, कोई भी समस्या को नहीं सुलझा सकता है. चीनी निवेशक भारत में निवेश करना चाहते हैं पर वे निश्चित रूप से अपने लिए भी मुनाफे की तलाश करेंगे क्योंकि वे अपने शेयरधारकों के लिए उत्तरदायी हैं. अगर ये परियोजना पूरी हो जाती है तो कुनमिंग से कोलकाता तक पहुंचने में सिर्फ कुछ ही घंटे का वक्त लगेगा."
वन बेल्ट वन रोड परियोजना के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, "ये परियोजना सिर्फ चीन के फायदे के लिए नहीं है, यह एक ऐसी परियोजना है जो सभी को लाभ पहुंचाएगी.
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सिल्क रूट को फिर से जीवित करना चाहता है चीन
चीनी कॉन्सुलेट ने यह भी साफ किया की अभी यह सिर्फ एक विचार है जिसके वास्तविक धरातल पर आने में काफी वक्त लगेगा. हांलाकि उन्होंने इस परियोजना के रूट के बारे में पूरी तरह से खुलासा नहीं किया है, लेकिन यह संकेत दिया है कि यह परियोजना बांग्लादेश-चीन-भारत-म्यांमार को एक साथ जोड़ेगी.
चीन कुनमिंग से सिंगापुर तक भी बुलेट ट्रेन चलाने जा रहा है जिसके जरिए चीन सिल्क रूट को फिर से जीवित करना चाहता है. जिससे वो पूरी दुनिया में आसानी से अपना सामान पहुंचा सके.
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