बीजिंग: चीन की आबादी में 65 सालों और उसे अधिक आयु के लोगों की संख्या अगले 30 सालों में करीब 30 फीसदी तक बढ़ जाएगी. अधिकारियों ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी. एक विशेषज्ञ ने कहा कि 2018 में दर्ज 11.9 फीसदी की वृद्धि की तुलना में यह काफी अधिक है. चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंस (सीएएसएस) के शोधकर्ता वांग गाउंगझू ने कहा, "आबादी की तेजी से बढ़ती उम्र पेंशन फंड, जनबल पर बहुत ज्यादा दबाव डालेगी और बुजुर्गो की देखरेख करने में परिवार के सदस्यों को अभूतपूर्व दबाव का सामना करना होगा."
समाचार एजेंसी एफे ने वांग के हवाले से कहा कि 2018 के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 65 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की कुल आबादी में करीब 11.9 की हिस्सेदारी है. लेकिन 65 साल की आयु वाले लोगों के अनुपात में जनसंख्या की नियमित कमी के कारण आगामी दशकों में उनकी संख्या तेजी से बढ़ेगी.
ननकाई यूनिवर्सिटी में जनसंख्या अध्ययन प्रोफेसर युआन शिन ने कहा कि कुल आबादी में कमी और बुजुर्गो की बढ़ती संख्या के कारण 2050 तक 15 से 59 साल की आयु की कामकाजी आबादी करीब 70 करोड़ हो सकती है जबकि वर्तमान में यह आबादी 89.73 करोड़ है. उन्होंने कहा कि इसमें 22 फीसदी की गिरावट हो सकती है.
युआन ने हालांकि कहा कि आर्थिक ढांचे में बदलाव के हालात में जनबल की कमी नहीं आएगी. चाइना डेली की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति आयु 60 से 65 साल बढ़ाने से कुल 10 करोड़ तक जनबल में वृद्धि हो सकती है. चीन ने 2015 में अपनी सख्त एक संतान नीति को समाप्त कर दिया था ताकि तेजी से बढ़ती बुजुर्गो की समस्या को हल किया जा सके.
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