China on US Law For Semiconductors: चीन ने सेमीकंडक्टर को लेकर नए अमेरिकी कानून (US Chip Law) का विरोध किया है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन (Wang Wenbin) ने बुधवार को कहा कि अमेरिका (America) की ओर से अपनाया गया नया चिप्स और विज्ञान अधिनियम वैश्विक सप्लाई चेन को बाधित करेगा. इससे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार बाधित होगा. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने अमेरिकी सेमीकंडक्टर (Semiconductors) उत्पादकों का समर्थन करने और चीन के साथ प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए 52.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर के कानून पर हस्ताक्षर किए. 


इसके तहत सेमीकंडक्टर उद्योग को करीब 52 बिलियन डॉलर की सब्सिडी मिलेगी, लेकिन ये सब्सिडी उन्हीं कंपनियों को दी जाएगी, जो दस साल तक चिप के क्षेत्र में चीन के साथ कोई कारोबार नहीं करेंगी. बिल पारित होने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर कड़ी आपत्ति जताई थी.


अमेरिकी चिप्स कानून का चीन ने किया विरोध


चीनी विदेश मंत्रालय का कहना है कि ये सभी वैश्विक सप्लाई चेन को बाधित करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में बाधा डालेंगे. वांग ने कहा कि चीन इसका कड़ा विरोध करता है. अमेरिका अपने खुद के विकास के तरीकों को चुनने के लिए स्वतंत्र है, लेकिन उन्हें चीन के विकास को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए और वैश्किवक व्यापार संगठन के नियमों और पारदर्शिता और गैर-भेदभाव के सिद्धांतों का सम्मान करना चाहिए. इसके साथ ही वांग ने कहा कि अमेरिका को वैश्विक उत्पादन और सप्लाई चेन की रक्षा करना चाहिए.


क्या है चिप 4 अलायंस ?


अमेरिका के नेतृत्व वाले चिप 4 अलायंस में दक्षिण कोरिया, जापान और ताइवान (Taiwan) शामिल हैं. चिप 4 अलायंस ने चीन को चिंतित कर दिया है क्योंकि यह कदम एक चिप निर्माता के रूप में बीजिंग की बढ़ती क्षमताओं पर अंकुश लगाने के लिए है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन सेमीकंडक्टर में अधिक आत्मनिर्भरता प्राप्त करने की ओर बढ़ रहा है. चीन और ताइवान के बीच बढ़ते तनाव के बीच दुनिया भर में सेमीकंडक्टर चिप्स की कमी है. 


सेमीकंडक्टर को लेकर ड्रैगन क्यों है परेशान?


चिप 4 अलायंस (Chip 4 alliance) में शामिल होने के लिए दक्षिण कोरिया (South Korea) को आमंत्रित करने का अमेरिका (America) का कदम चीन (China) के लिए एक झटके के तौर पर देखा जा रहा है. चीन 2030 तक सेमीकंडक्टर प्रोडक्शन (Semiconductors Production) में अग्रणी बनने का सपना देखा है और अमेरिका को पीछे छोड़ने के लिए तेजी से काम कर रहा है, लेकिन नए अमेरिकी कानून से चीन को बड़ा झटका लग सकता है.


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