China New Foreign Law: चीन का ये नया कानून वेस्टर्न देशों से लगने वाले बैन पर लगाएगा रोक! जानें ड्रैगन का क्या है असली प्लान
China: चीन अप्रत्याशित कारकों की बढ़ती संख्या का सामना कर रहा है और उसे विदेशी संघर्षों के खिलाफ अपने कानूनी टूलबॉक्स का लगातार विस्तार करना चाहिए.
China New Foreign Law: चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी ने गुरुवार (29 जून) को कहा कि उनके देश ने अपना पहला विदेशी संबंध कानून बनाया है, जो पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के खिलाफ काम करेगा और राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा करेगा. चीनी विदेशी कानून प्रवर्तन गतिविधियों पर चिंताओं के बीच चीन की संसद, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस की स्थायी समिति के तरफ से बुधवार (28 जून) को पारित नया कानून एक जुलाई से प्रभावी होगा.
नया कानून वैश्विक सुरक्षा, विकास और सभ्यता पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की विदेश नीति पहलों को कानून के तौर पर बढ़ावा देने को भी सुनिश्चित करता है.कानून का एक अनुच्छेद कहता है कि कोई भी संगठन या व्यक्ति अगर कोई ऐसा काम करता है, जो इस कानून के तहत या अंतरराष्ट्रीय रिश्तों की दृष्टि से चीन के राष्ट्रीय हितों के लिए नुकसानदेह हो तो उसे कानून के तरफ से जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
प्रतिबंधों के लिए एक निवारक के रूप में
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने नये कानून के एक अन्य अनुच्छेद का हवाला देते हुए कहा है, ‘‘पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना को अपनी संप्रभुता, राष्ट्रीय सुरक्षा और विकास को खतरे में डालने वाले उन कामों का मुकाबला करने या प्रतिबंधात्मक उपाय करने का अधिकार है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून या अंतरराष्ट्रीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले मौलिक मानदंडों का उल्लंघन करते हैं.’’
नये कानून का बचाव करते हुए चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति के विदेश मामलों के आयोग कार्यालय के निदेशक वांग ने कहा कि यह (कानून) प्रतिबंधों के लिए एक निवारक के रूप में काम करेगा.
'विदेशी संबंध कानून की तत्काल आवश्यकता है'
वांग ने कहा कि चीन की महत्वाकांक्षाओं और बढ़ती मुखर विदेश नीति की चिंताओं के बीच वैश्विक स्तर पर चीन की संप्रभुता की रक्षा के लिए विदेशी संबंध कानून की तत्काल आवश्यकता है. राष्ट्रपति जिनपिंग के प्रमुख विदेश नीति सलाहकार वांग ने गुरुवार को कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र पीपुल्स डेली में प्रकाशित एक लेख में कहा है, ‘‘चीन अप्रत्याशित कारकों की बढ़ती संख्या का सामना कर रहा है और उसे विदेशी संघर्षों के लिए अपने कानूनी टूलबॉक्स का लगातार विस्तार करना चाहिए.’’