Xi Jinping to Biden: बीते दिनों अमेरिकी राष्ट्रपती जो बाइडन और शी जिनपिंग के बीच हुई उच्चस्तरीय द्विपक्षीय वर्चुअल बैठक में चीनी राष्ट्रपती ने अमेरिकी समकक्ष से कहा, "चीन के लोग शांती प्रिय है,आक्रमकता चीनी राष्ट्र के मूल सिद्धांत ही नहीं है, इसलिए उनपर अपनी सीमाओं के लिए आक्रामक होने का आरोप पूरी तरह से बे-बुनियाद और दुर्भावना से प्रेरित है."
चीनी राष्ट्रपती ने आगे कहा, चीन की स्थापना से ही वहां के लोग शांति के उपासक हैं. उन्होंने तब से लेकर अब तक किसी भी देश के साथ अपनी तरफ से पहले युद्ध शुरु नहीं किया है और न ही किसी भी देश की इंच भर भूमि पर अपना दावा किया है. उनका यह बयान चीन पर लग रहे आक्रामकता के उन तमाम आरोपों के जवाब में आया है जब उनके देश का सीमा विवाद भारत में LAC से लेकर जापान के साऊथ चाइना सी तक है.
किन-किन देशों से है चीन का सीमा विवाद?
चीन का भारत से एलएसी (LAC) व अरुणाचल प्रदेश में सीमा विवाद है. चीन अक्साई चिन व अरूणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता आया है. भारत के अलावा चीन का जापान से ईस्ट चाइना सी (East China Sea) में सीमा विवाद चल रहा है. पिछले दिनों जापान ने विवादित द्वीप Senkaku/Diaoyu पर चीन द्वारा status quo बिगाड़ने का आरोप लगाया था. इसके अलावा चीन के अपने लगभग सभी पड़ोसी देशों जैसे रूस, मंगोलिया, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान आदि देशों से भी सीमा विवाद है. मिली जानकारी के अनुसार चीन के अपने पड़ोसी देशों के साथ जमीन व समुद्र पर कुल 17 सीमा विवाद के मामले चल रहे हैं.
21 वीं सदी में चीन विश्व की उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति है. मगर उसके सीमा पर आक्रामक रवैये के कारण पड़ोसी देश उसके प्रति अपनी सामरिक सुरक्षा को लेकर आशंकित है. गौरतलब है, इसी वर्चुअल बैठक में चीनी राष्ट्रपती जिनपिंग ने बाइडन से कहा था कि जो आग से खेलेगा, वह जल जाएगा.
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