China Covid: चीन में बेकाबू रफ्तार से फैल रहे कोरोना संक्रमण के बीच शी जिनपिंग सरकार ने आज बुधवार (28 दिसंबर) को आवाजाही के लिए दरवाजे पूरी तरह खोलने की घोषणा कर दी. इसमें चीन आने वाले यात्रियों के लिए जहां 8 जनवरी से क्वारंटाइन नियमों में रियायत देने जा रहा है, वहीं देश के बाहर जाने वाले चीनी नागरिकों के लिए भी रियायतें शुरू कर रहा है.


यानि ऐसे में जबकि चीन में कोरोना का संक्रमण फैला हुआ है, उसी समय में न केवल यात्रा पाबंदियां हटाने का फैसला लिया गया है, बल्कि पर्यटकों के लिए रास्ते भी खोले जा रहे हैं. खबरों के अनुसार चीन सरकार के इस फैसले का पहला असर चीन की सबसे बड़ी ट्रैवल वेबसाइट सीट्रिप.कॉम (seatrip.com) पर देखने को मिला जहां चीनी नागरिकों ने बेतहाशा टिकट बुकिंग शुरू कर दी गई. ऐलान के शुरुआती घंटों में सबसे अधिक डेस्टिनेशन सर्च मकाऊ, हॉन्गकॉन्ग के अलावा थाईलैंड, जापान और दक्षिण कोरिया के लिए किए गए.


टिकट बुकिंग में 250 फीसदी बढ़ोतरी


स्थानीय मीडिया के मुताबिक देश से बाहर के लिए होने वाली टिकट बुकिंग के आंकड़ों में भी 250 फीसदी से अधिक की बढ़ोतरी हुई. दरअसल, नई रियायतों के चलते सबसे बड़ी सहूलियत घूमने के शौक़ीन चीनी नागरिकों को हुई है. क्योंकि, अब सिर्फ देश से बाहर जाना ही नहीं, बल्कि बिना क्वारंटाइन नियमों के वापस घर आना भी मुमकिन होगा. यही कारण है कि सालाना छुट्टियों के इस मौसम में अब चीन के लोग धड़ल्ले से बुकिंग कर रहे हैं.


ज़ाहिर है ऐसे में दूसरे मुल्कों के लिए एहतियात बरतने के सबब बढ़ जाते हैं. खासकर उन 35 से अधिक देशों में जहां चीन के नागरिक वीज़ा फ्री ट्रेवल कर सकते हैं. साथ ही उन 20 मुल्कों में जहां चीन के नागरिकों के लिए ई-वीज़ा की सुविधा हासिल है.


जानकारों का मनना है कि 2019 में कोरोना तेज़ी से फैला, तब जब चीन ने इस बीमारी के मानव संक्रमण का सच बताने में देरी की और इस दौरान अपने मुल्क में आवाजाही के दरवाजे खुले रखे. चीन से 2019 में सबसे ज़्यादा पर्यटकों को आमंत्रित करने वाले इटली को भयावह स्थिति का सामना करना पड़ा था.


यह महामारी अभी खत्म नहीं हुई 


हालांकि चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि अभी यह महामारी खत्म नहीं हुई है. चीन की प्रतिक्रिया वैज्ञानिक आधारों से संचालित होगी. आवाजाही के नियमों में दी जा रही छूट कई चरणों में लागू की जाएगी. वुहान से कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद चीन ने अपने यहां बीते 3 साल से आवाजाही पर पाबंदी लगा रखी थी. लेकिन दुनिया के दूसरे देशों में पाबंदियां हटने और अपने देश में ज़ीरो कोविड नीति की सख्तियां बरकरार रहने से चीनियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा था.


हाल ही में कतर में आयोजित फीफा वर्ल्ड कप में जब चीन के लोगों ने दुनियाभर के क़ई मुल्कों से पहुंचे लोगों को बिना मास्क स्टेडियम में झूमते नाचते देखा तो उनका गुस्सा फूट पड़ा. यह गुस्सा चीन के कई शहरों में प्रदर्शन की शक्ल में सामने आया. इसके बाद ही शी जिनपिंग सरकार को ज़ीरो कोविड नीति की सख्तियां हटाने का फैसला लेना पड़ा. इसका ही असर चीन में ताज़ा कोरोना विस्फोट की शक्ल में सामने आया है.


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