China-Bhutan Border Dispute: भारत में चीनी राजदूत सुन वेइडोंग ने की भूटान की यात्रा, चीन के चार गांव बसाने का है विवाद
China Bhutan Relations: चीन और भूटान ने अभी तक राजनयिक संबंध स्थापित नहीं किए है. भूटान के साथ चीन का सीमा विवाद चल रहा है. तमाम मुद्दों को लेकर भारत में चीनी राजदूत ने भूटान की यात्रा की.
Chinese Ambassador Bhutan Visit: भारत में चीनी राजदूत (Chinese Ambassador to India) सुन वेइडोंग (Sun Weidong) ने हाल में भूटान (Bhutan) की तीन दिवसीय यात्रा की. इस दौरान चीनी राजदूत (Chinese Ambassador) ने भूटान के राजा (Bhutan King) और प्रधानमंत्री (Bhutan PM) से मुलाकात की. चीन का भूटान के साथ भी सीमा विवाद है. नवंबर 2021 में ओपन सोर्स इंटेलीजेंस एकाउंट डेट्रस्फा ने सैटेलाइट तस्वीर के आधार पर दावा किया था कि चीन ने भूटान के इलाके में चार गांव बसा लिए हैं. यह इलाका भारत के सिलिगुड़ी कॉरीडोर से नजदीक है. जानकारों की मानें तो भूटान के इस इलाके में घुसपैठ के जरिये चीन भारत के संवेदनशील इलाकों पर नजर रखना चाहता है.
भारत में चीनी दूतावास ने बयान में दी ये जानकारी
ग्लोबल टाइम्स की खबर के मुताबिक, भारत में चीनी दूतावास की ओर से शनिवार (15 अक्टूबर) को जारी किए गए बयान में कहा गया कि चीन और भूटान दोनों देशों के नेताओं ने संबंधों को बेहतर बनाने का संकल्प लिया. हालांकि, दोनों देशों के बीच अभी तक राजनयिक संबंध स्थापित नहीं किए हैं. बयान में कहा गया कि दोनों देशों के नेताओं का मानना है कि यह यात्रा लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान में सुधार करने और सीमा वार्ता में तेजी लाने के लिए 2021 में हस्ताक्षर किए गए तीन-चरण के रोडमैप को लागू करने के लिए अनुकूल है.
भूटान के राजा और पीएम से मिली चीनी राजदूत
बयान के मुताबिक, 10 और 13 अक्टूबर के बीच अपनी यात्रा के दौरान सुन ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, भूटान के प्रधानमंत्री लोटे शेरिंग, विदेश मंत्री टैंडी दोरजी और अन्य से मुलाकात की. इसमें कहा गया कि बैठकों के दौरान सुन ने कहा कि चीन तीन चरणों वाले रोडमैप पर हुए करार को अच्छी तरह से लागू करने, मैत्रीपूर्ण आदान-प्रदान बनाए रखने, विन-विन कोऑपरेशन का विस्तार करने, सीमा वार्ता को आगे बढ़ाने और चीन-भूटान में नई प्रगति पर जोर देने के लिए साझा प्रयास करने को तैयार है.
भूटान ने क्या कहा?
बयान के मुताबिक, भूटानी नेता ने सुन से कहा, ''भूटान वन चाइना पॉलिसी का पालन करना जारी रखेगा और चीन के साथ व्यावहारिक सहयोग को मजबूत करने, मैत्रीपूर्ण परामर्श के जरिये सीमा मुद्दों को हल करने और दोनों देशों के संबंधों को बेहतर करने के लिए तैयार है. बयान के मुताबिक, भूटानी नेता ने कोविड-19 महामारी के दौरान चीन के समर्थन और मदद के लिए भी धन्यवाद दिया. उल्लेखनीय है कि चीन और भूटान ने अक्टूबर 2021 में सीमा वार्ता को तेजी देने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए थे.
चाइनीज एक्सपर्ट ने यह कहा
चाइनीज एकेडमी ऑफ सोशल साइंस के इंस्टीट्यूट ऑफ चाइनीज बॉर्डरलैंड स्टडीज के एक रिसर्च फेलो झांग योंगपैन ने कहा कि हालांकि, चीन और भूटान ने अभी तक राजनयिक संबंध स्थापित नहीं किए हैं लेकिन कई तरीकों से संवाद बनाए रखा है. कोविड 19 महामारी के कठिन समय में चीन और भूटान ने एक-दूसरे की मदद की. झांग ने कहा कि लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान करने में काफी बढ़ोतरी हुई है और इस अवधि के दौरान जलविद्युत पर सहयोग जारी रहा है.
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